मीरगंज (बरेली)। दरोगा को मांगी रिश्वत न दिए जाने पर पुलिस ने पहले पति को डोडा के मुकददमें में जेल भेज दिया, और जब मामले की उच्चाधिकारियों से शिकायत की तो अब दरोगा समझौता न करने पर महिला के ससुर को भी जेल भेजने की धमकी दे रहा है। इस मामले में महिला ने सीओ मीरगंज से शिकायत कर जांच उपरांत दोषियों पर कड़ी कार्यवाही की मांग की है।
मामला जनपद बरेली के थाना सिरौली क्षेत्र के बड़ा गांव पुलिस चौकी इलाके के गांव गुलड़िया गौरी शंकर का है। गांव गुलड़िया गौरी शंकर की रहने वाली महिला रामलली पत्नी छत्रपाल शुक्रवार को सीओ मीरगंज अंजनी कुमार तिवारी से मिली। और पुलिस के खिलाफ शिकायत करते हुए जांच उपरांत कड़ी कानूनी कार्यवाही की मांग करते हुए सुरक्षा की गुहार लगाई।
महिला ने सिरौली थाना पुलिस पर लगाये गंभीर आरोप
गांव गुलड़िया गौरी शंकर निवासी महिला रामलली ने सीओ के समक्ष सिरौली थाना पुलिस पर आरोप लगाया कि गांव में हुई एक भैंस चोरी के मामले में सिरौली थाना के बड़ा गांव चौकी पुलिस उसके पति छत्रपाल को पूछताछ हेतु ले गई थी। इस घटना में उसका पति निर्दोष पाया गया। महिला का आरोप है कि जब वह अपने पति को छुड़ाने हेतु गई तो सिरौली पुलिस ने उससे 50 हजार रूपये की मांग की। जिस पर दरोगा को रिश्वत देने से इंकार कर दिया गया तो दरोगा ने उसके पति छत्रपाल को डोडा के मुकददमें में जेल भेज दिया।
महिला बोली, शिकायत करने पर पुलिस ससुर को जेल भेजने की दी रही धमकी
महिला रामलली का यह भी आरोप है कि उसने इस बाबत उच्चाधिकारियों की गई शिकायत की जांच जब थाना सिरौली पहुंची तो थाना का दरोगा उसके ससुर दीना नाथ को भी घर से उठाकर ले गये। और बड़ा गांव चौकी में तीन घंटे तक रखने के बाद छोड़ा।
दरोगा पर शिकायत का फैसला करने का भी मढ़ा आरोप
शिकायत कर्ता पीड़ित महिला रामलली का आरोप यह भी है कि दरोगा उसके द्वारा उच्चाधिकारियों से की गई शिकायत के मामले में समझौता करने का दबाब बना रहा है। और कह रहा है कि तुमने फैसला नहीं किया तो तुम्हारे ससुर को किसी झूठे मुकददमें में जेल भेज दुंगा। जिससे वह काफी परेशान है। महिला ने इस मामले की जांच उपरांत कड़ी कानूनी कार्यवाही किए जाने एवं उसे सुरक्षा प्रदान किए जाने की मांग की है।
क्षेत्राधिकारी मीरगंज अंजनी कुमार तिवारी ने इस बाबत बताया कि सिरौली थाना क्षेत्र के गांव गुलड़िया गौरी शंकर निवासी एक महिला रामलली उनके पास शिकायती प्रार्थना पत्र लेकर आयी थी। जिसमें उसने पुलिस पर रिश्वत मांगने और न देने पर झूठे मुकददमें में फंसाने का पुलिस पर आरोप लगाते हुए बताया था। इस मामले में गहनता से जांच करने के उपरांत दोषी पाये जाने पर कड़ी कार्रवाई की जायेगी। फिलहाल प्रथम दृष्टया आरोप निराधार प्रतीत हो रहे हैं। फिर भी जांच होगी।
