कमलेश शर्मा
शाहजहांपुर। नगर निगम शाहजहांपुर का वार्ड नंबर 1 चर्च कॉलोनी आज भी बदहाली का शिकार है। हजारों की आबादी वाली इस कॉलोनी का मुख्य रास्ता रेलवे ने बंद कर दिया है, जिससे लोगों को कीचड़ और गड्ढों से भरे वैकल्पिक रास्ते से गुजरना पड़ रहा है। स्थानीय निवासियों का कहना है कि यह उनकी “जीवनरेखा सड़क” थी, जिसे बंद कर अब उनकी मुश्किलें कई गुना बढ़ गई हैं।
यह इलाका सूबे के वित्त मंत्री सुरेश कुमार खन्ना का गढ़ माना जाता है। केंद्र, राज्य और नगर निगम—तीनों जगह सत्ता में भारतीय जनता पार्टी काबिज होने के बावजूद महज़ 200 मीटर सड़क बनवाने का काम अब तक अधर में लटका है।
जनता की आवाज़, नेताओं का मौन
कॉलोनीवासियों का कहना है कि उन्होंने कई बार नगर निगम, सांसद और विधायक तक गुहार लगाई, लेकिन हर बार सिर्फ आश्वासन ही मिला। लोकसभा चुनाव के दौरान तो कॉलोनी ने मतदान बहिष्कार कर धरना भी दिया था। उस समय सड़क निर्माण का वादा किया गया था, लेकिन चुनाव जीतने के बाद न सांसद अरुण सागर और न ही अन्य जनप्रतिनिधियों ने कोई कदम उठाया।
रेलवे की लापरवाही से बढ़ी दिक्कतें
रेलवे ने न केवल रास्ता बंद किया बल्कि लाइन के दोनों ओर जेसीबी से गहरे गड्ढे भी खुदवा दिए। इन गड्ढों में कई बार मवेशी और राहगीर गिरकर घायल हो चुके हैं। इसके बावजूद न रेलवे और न ही प्रशासन ने अब तक कोई ठोस कार्रवाई की।
जनता का सवाल
कॉलोनी के लोगों का कहना है कि यह सड़क नेताओं की राजनीतिक खींचतान का शिकार बन चुकी है। “सिर्फ 200 मीटर सड़क बनवाने में अगर मंत्री, सांसद और मेयर नाकाम हैं तो हमारी परेशानियां आखिर किसकी प्राथमिकता में हैं?”
स्थानीय लोगों की यह गुहार अब सीधे नेताओं से है कि वे वादे पूरे करें और चर्च कॉलोनी को इस बदहाली से बाहर निकालें।
