बरेली।
यात्रा की शुरुआत जागेश्वर धाम से हुई, जो उत्तराखंड के प्रसिद्ध धार्मिक स्थलों में से एक है। बंटी ठाकुर ने जागेश्वर धाम पहुंचकर विधिवत पूजा-अर्चना की और वहां की आध्यात्मिक ऊर्जा को अत्यंत शांतिदायक बताया। उन्होंने कहा कि वहाँ पहुँचकर मन को अद्भुत सुकून मिला।
इसके बाद उन्होंने चिन्तपूर्णी गोलू देवता मंदिर में दर्शन किए और देश-प्रदेश की खुशहाली के लिए प्रार्थना की। यात्रा के दौरान मौसम ने भी साथ दिया और हल्की-हल्की बारिश ने वातावरण को और भी पवित्र और सुखद बना दिया।
धार्मिक यात्रा की अगली कड़ी में बंटी ठाकुर कैंची धाम पहुँचे, जहाँ उन्होंने बाबा नीम करौली महाराज के दर्शन कर उनका आशीर्वाद प्राप्त किया। उन्होंने कहा कि बाबा के चरणों में जाकर एक अलग ही आध्यात्मिक अनुभूति हुई।
उन्होंने बाबा नीम करौली से प्रार्थना करते हुए कहा, “मेरे प्रदेश और देशवासियों पर सदैव आपकी कृपा और आशीर्वाद बना रहे।”
बंटी ठाकुर ने इस यात्रा को एक आत्मिक और धार्मिक अनुभव बताया, जो उन्हें लंबे समय तक ऊर्जा और प्रेरणा प्रदान करता रहेगा। उन्होंने देवभूमि उत्तराखंड को एक दिव्य स्थल बताया, जहाँ हर स्थान पर श्रद्धा और भक्ति की गंगा बहती है।
