आदर्श दिवाकर
मीरगंज: शनिवार सुबह मीरगंज इलाके में हाईवे किनारे स्थित एक ईंट-भट्ठे की दीवार गिरने से बड़ा हादसा हो गया। इस दुर्घटना में छह मजदूर दीवार के नीचे दब गए। घटना के बाद मौके पर अफरा-तफरी मच गई। स्थानीय लोगों और प्रशासन की मदद से पांच मजदूरों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया, जबकि एक मजदूर की दर्दनाक मौत हो गई।
हादसे का मंजर और रेस्क्यू ऑपरेशन
सुबह करीब आठ बजे परोरा गांव के पास ईंट-भट्ठे पर मजदूर कच्ची ईंटें लगाने का काम कर रहे थे। तभी अचानक भट्ठे की दीवार भरभराकर गिर गई और वहां मौजूद छह मजदूर मलबे के नीचे दब गए। मौके पर मौजूद अन्य मजदूर और स्थानीय लोग मदद के लिए दौड़ पड़े। बिना देर किए, लोगों ने हाथों से ईंट हटाकर बचाव कार्य शुरू कर दिया।
घटना की सूचना मिलते ही शाही, फतेहगंज पश्चिमी, मीरगंज समेत तीन थानों की पुलिस, अग्निशमन टीम, एसडीएम और सीओ मौके पर पहुंचे। जिला प्रशासन ने तत्काल जेसीबी मशीन और अन्य उपकरणों को मौके पर भेजा और रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू कर दिया।
करीब एक घंटे की मशक्कत के बाद नन्हें बाबू, इसरार, बबलू, राजीव और गोपाल को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया और उन्हें नजदीकी अस्पताल भेज दिया गया। लेकिन धनेटा निवासी छोटेलाल लापता था। तीन घंटे तक चले सर्च ऑपरेशन के बाद जब उसे मलबे से बाहर निकाला गया, तब तक उसकी मौत हो चुकी थी।
गुस्साई भीड़ का हंगामा, पुलिस और एम्बुलेंस पर पथराव
घटना के बाद मजदूरों के परिजनों और स्थानीय ग्रामीणों का गुस्सा फूट पड़ा। भीड़ ने मौके पर हंगामा किया और हाईवे जाम करने की कोशिश की। इसी दौरान गुस्साए लोगों ने एंबुलेंस पर भी पथराव कर दिया। पुलिस ने समझा-बुझाकर भीड़ को शांत कराया और मृतक का शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
ईंट-भट्ठा मालिक फरार, प्रशासन की कार्रवाई
हादसे के बाद से ईंट-भट्ठा मालिक फरार बताया जा रहा है। पुलिस उसकी तलाश में जुटी हुई है। प्रशासन मामले की जांच कर रहा है कि क्या ईंट-भट्ठे की दीवार गिरने में कोई लापरवाही हुई थी।
पुलिस अधिकारियों का कहना है कि दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी और मामले की गहराई से जांच की जा रही है।
