सोमवार 11 अगस्त को सैलून एसोसिएशन की बरेली जनपद इकाई ने हर्षोल्लस से राष्ट्रीय सैलून दिवस मनाया। इस अवसर पर संगठन से जुड़े सैलून संचालकों ने केक काटा और एक-दूसरे को बधाई दी। यह आयोजन प्रदेश महासचिव तेज बहादुर नंदवंशी के प्रतिष्ठान हेयर आर्ट सैलून बरेली महानगर में किया गया।
कोरोना काल के दौरान 11 अगस्त 2020 को देशभर के 157 छोटे-बड़े शहरों से केंद्र सरकार को सैलून व्यवसाय खोलने के समर्थन में 1,94,000 ट्वीट भेजे गए थे। यह केवल एक संख्या नहीं थी, बल्कि सैलून व्यवसाय से जुड़े लोगों की एकता, संघर्ष और अपने अधिकारों के लिए की गई पहल थी। इसी का परिणाम था कि सरकार ने सैलून व्यवसाय को खोलने का आदेश जारी किया। इसी ऐतिहासिक पहल को याद रखने के लिए हर वर्ष 11 अगस्त को राष्ट्रीय सैलून दिवस मनाने का संकल्प लिया गया।
इससे पहले, 22 जुलाई 2020 को 100 से अधिक संगठनों ने प्रधानमंत्री को ईमेल भेजे और 23 शहरों में प्रदर्शन किए गए। कोरोना महामारी के कठिन दौर में सैलून उद्योग ने केवल अपने लिए ही नहीं, बल्कि समाज के लिए भी कार्य किया। स्वच्छता, स्वास्थ्य, सैनिटाइजेशन और प्रोटेक्शन का प्रशिक्षण दिया, और आर्थिक रूप से जरूरतमंद लोगों की सहायता भी की।
कार्यक्रम के दौरान महानगर अध्यक्ष लियाकत सलमानी, उपाध्यक्ष रमेश श्रीवास्तव, उपाध्यक्ष पुनीत श्रीवास्तव, नन्हेंलाल श्रीवास्तव, मुकेश श्रीवास्तव, विशाल श्रीवास्तव आदि उपस्थित रहे। इस अवसर पर वक्ताओं ने कहा कि राष्ट्रीय सैलून दिवस केवल एक उत्सव नहीं है, बल्कि यह हमारी एकजुटता, संघर्ष और सफलता का प्रतीक है। इस दिन हम अपनी उपलब्धियों का जश्न मनाते हैं, और उन साथियों को याद करते हैं जिन्होंने इस संघर्ष में योगदान दिया।
