सक्रिय जीवनशैली और संतुलित आहार से रुकेगा फैटी लिवर
बरेली।एसआरएमएस मेडिकल कॉलेज में विश्व फैटी लिवर दिवस के अवसर पर जनरल मेडिसिन विभाग की गैस्ट्रोएंटरोलॉजी यूनिट द्वारा विशेष जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। इसमें विशेषज्ञों ने बताया कि फैटी लिवर एक तेजी से फैलती वैश्विक स्वास्थ्य समस्या बन चुका है, जिसका निदान शुरुआत में संभव है यदि लोग सक्रिय जीवनशैली अपनाएं और खानपान पर ध्यान दें।
कार्यक्रम दो सत्रों में आयोजित हुआ। सुबह मरीजों के लिए स्वास्थ्य जांच और परामर्श कैंप लगाया गया, जहां फैटी लिवर से जुड़ी जांचें और पोषण संबंधी सुझाव दिए गए। मरीजों को फास्ट फूड छोड़ने, फल व प्रोटीनयुक्त आहार लेने और नियमित व्यायाम की सलाह दी गई। शाम को एमबीबीएस विद्यार्थियों के लिए शैक्षणिक व्याख्यान आयोजित हुआ।
गैस्ट्रोएंटेरोलॉजिस्ट डॉ. वत्स गुप्ता ने “खाना ही दवा है” थीम पर फैटी लिवर के लक्षण, कारण और हानियों पर प्रकाश डाला। डॉ. श्रुति शर्मा ने मोटापा और मेटाबोलिक सिंड्रोम की भूमिका समझाई। डॉ. नीरज प्रजापति ने फैटी लिवर की इमेजिंग तकनीकों की जानकारी दी, जबकि डॉ. शिवम गुप्ता ने इसके निदान व उपचार में विटामिन ई और जीवनशैली बदलाव को मुख्य बताया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता डॉ. स्मिता गुप्ता ने की। इस अवसर पर प्रिंसिपल एयर मार्शल (से.नि.) डॉ. एमएस बुटोला, डीन डॉ. बिंदु गर्ग सहित कई वरिष्ठ चिकित्सक व विद्यार्थी मौजूद रहे।
