क्रिसमस डे स्पेशल,
उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर जनपद में स्थित ऐतिहासिक चर्च केवल ईसाई समुदाय की धार्मिक आस्था के केंद्र नहीं हैं, बल्कि इनमें भारत के प्रथम स्वतंत्रता संग्राम 1857, ब्रिटिश शासन और एक विश्वविख्यात प्रेम कथा “मरियम” का इतिहास भी समाहित है। क्रिसमस डे के पावन अवसर पर यह चर्च श्रद्धा के साथ-साथ इतिहास की जीवंत झलक प्रस्तुत करता है।

शाहजहांपुर में दो प्राचीन चर्च ऐतिहासिक दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण माने जाते हैं, जिनमें सेंट मैरी चर्च का विशेष स्थान है। यह चर्च ब्रिटिश काल की स्थापत्य कला का उत्कृष्ट उदाहरण है और 1857 की क्रांति के दौरान घटित कई महत्वपूर्ण घटनाओं का साक्षी भी रहा है। इतिहासकारों के अनुसार, उस दौर में शाहजहांपुर अंग्रेजी हुकूमत के लिए एक संवेदनशील क्षेत्र था और यहां स्वतंत्रता संग्राम की गतिविधियां तेज थीं।
सेंट मैरी चर्च से जुड़ी प्रेम कथा “मरियम” को विश्वविख्यात माना जाता है। यह कथा प्रेम, त्याग और सामाजिक बंधनों की प्रतीक है, जो ब्रिटिश काल के सामाजिक परिवेश को दर्शाती है। इस प्रेम कहानी ने शाहजहांपुर को ऐतिहासिक और सांस्कृतिक पहचान दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है और आज भी यह कथा लोगों को भावनात्मक रूप से जोड़ती है।
क्रिसमस डे के अवसर पर जब सेंट मैरी चर्च रोशनी और प्रार्थनाओं से जगमगाता है, तब इसके साथ जुड़ा इतिहास, 1857 की क्रांति की गूंज और प्रेम कथा “मरियम” की स्मृतियां माहौल को और भी भावुक बना देती हैं। श्रद्धालु और इतिहास प्रेमी इस अवसर पर न केवल प्रार्थना करते हैं, बल्कि अतीत की विरासत को भी याद करते हैं।
इतिहासकार डॉ. विकास खुराना के अनुसार, शाहजहांपुर का सेंट मैरी चर्च केवल एक धार्मिक स्थल नहीं, बल्कि 1857 की क्रांति, ब्रिटिश शासन और सामाजिक इतिहास का महत्वपूर्ण प्रतीक है। इससे जुड़ी प्रेम कथा “मरियम” इसे राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर एक विशेष पहचान प्रदान करती है।क्रिसमस डे पर यह ऐतिहासिक चर्च आस्था, प्रेम और बलिदान के संगम के रूप में लोगों को इतिहास से जोड़ने का कार्य करता है।
लेखक कमलेश शर्मा ,




