लखीमपुर खीरी। जनपद के संपूर्णानगर वन क्षेत्र में बाघ की लगातार सक्रियता से ग्रामीणों में दहशत का माहौल है। लोगों की सुरक्षा और बाघ को पकड़कर जंगल में वापस भेजने के लिए वन विभाग ने विशेष कदम उठाया है। दुधवा नेशनल पार्क से प्रशिक्षित दो हथिनियों — रामकली और चंद्रकला — को इस अभियान के लिए बुलाया गया है। दोनों हथिनियां वन रेंज कार्यालय में पहुंच चुकी हैं और बाघ को पकड़ने की कवायद शुरू हो गई है।
बताया जा रहा है कि बीते कुछ दिनों से संपूर्णानगर क्षेत्र के गांवों और खेतों में बाघ की मौजूदगी लगातार देखी जा रही है। तीन दिन पहले बाघ ने एक महिला पर हमला कर उसे मार डाला था। इसके अलावा कई पालतू जानवर भी बाघ का शिकार बन चुके हैं। हालात को देखते हुए ग्रामीणों में डर का माहौल है और किसान खेतों में जाने से भी कतराने लगे हैं।
वन क्षेत्राधिकारी अनिल कुमार ने बताया कि दुधवा से आई दोनों हथनियों की मदद से बाघ की तलाश तेज कर दी गई है। वन विभाग की टीमें लगातार क्षेत्र में निगरानी कर रही हैं। बाघ को सुरक्षित पकड़कर जंगल में छोड़ने की कोशिश की जा रही है, ताकि किसी तरह की जनहानि रोकी जा सके।
गौरतलब है कि रामकली और चंद्रकला जैसी प्रशिक्षित हथनियों का उपयोग जंगली जानवरों को नियंत्रित करने के लिए विशेष अभियानों में किया जाता है। अब देखना यह होगा कि ये दोनों अनुभवी हथिनियां इस बार कितनी जल्दी बाघ को पकड़ पाने में सफल होती हैं।
