बरेली।श्री हरि मंदिर, मॉडल टाउन, बरेली में आयोजित सप्त दिवसीय श्री राम कथा के तीसरे दिन वाराणसी से पधारे ओजस्वी वक्ता पंडित आशीष मिश्र जी ने भगवान हनुमान के चरित्र को केंद्र में रखते हुए भक्तों को रसपूर्ण कथा का अमृतपान कराया।
कथा की शुरुआत मंदिर प्रबंध समिति अध्यक्ष सुशील अरोरा, सचिव रवि छाबड़ा एवं अन्य सदस्यों द्वारा पंडित आशीष मिश्र जी का माल्यार्पण कर की गई। पं. मिश्र ने कहा कि श्री हनुमान जी की महिमा स्वयं रावण भी स्वीकार करता है। कथा में उन्होंने वर्णन किया कि रावण अंगद से कहता है, “राम दल में केवल एक ही वानर है जो बलवान और शीलवान दोनों है।”
लेकिन दुख यह है कि रावण उसका नाम नहीं जानता – केवल इतना जानता है कि वह वानर पहली बार नगर आया और सोने की लंका को जला गया।
आशीष जी ने कहा, “हनुमान जी के आगे भी राम हैं और पीछे भी राम हैं, वे कहते हैं कि सारा कार्य तो प्रभु राम करते हैं, नाम मेरा होता है।” कथा के दौरान उन्होंने कहा कि हनुमान जी अपने भक्तों के जीवन के प्रत्येक अशुभ को शुभ में बदलने की सामर्थ्य रखते हैं।
मंदिर सचिव रवि छाबड़ा ने बताया कि यह दिव्य श्री राम कथा 14 जून से 20 जून तक प्रतिदिन रात्रि 8 बजे से 9:30 बजे तक आयोजित हो रही है।
इस अवसर पर सुशील अरोरा, अनिल चड्ढा, राजेश अरोरा, विनोद भाटिया, विजय चड्ढा सहित अनेक श्रद्धालु उपस्थित रहे। श्री हरि मंदिर प्रबंध समिति एवं अखिल भारतीय श्री राधा संकीर्तन मंडल ने समस्त भक्तों को सपरिवार आमंत्रित किया है।
