बरेली | भाजपा को वोट देने पर घर से निकालने के आरोप लगाने वाली उजमा के बयान को सुसरालवालों ने खारिज किया है | आज उजमा की सास -देवरानी एसएसपी दफ्तर पहुंची और पूरे मामले पर अपनी सफाई दी | उजमा की सास परवीन पत्नी मोहम्मद नवी ने मीडिया को बताया कि उजमा उनके घर घुस आई थी , पंचायत होने के बाद उसे स्वीकार कर लिया गया , निकाह कराया गया , लेकिन कुछ ही दिनों में उजमा का व्यवहार बदल गया और उसने परिवार के लोगो के साथ मारपीट करना शुरू कर दी | परेशान होकर एक नवम्बर 2021 को उजमा और उसके पति तस्लीम को अपनी चल अचल सम्पत्ति से बेदखल कर दिया | इसके बाद कही यह दूसरी जगह पर रहने लगे | उजमा के भाजपा को वोट देने की बात का सहारा लेकर फंसाने की साजिश है | उनका बेटा आसिफ तीन माह से जयपुर में है वही उनका भाई तैयब भी बेकसूर है |
उजमा की देवरानी ने जाहिदा ने कहा कि उनकी जेठानी के आरोप निराधार है | उसका पति तीन माह से जयपुर में है वही उसके सास के भाई तैयब भी बेकसूर है | हमारे परिवार पहले ही दोनों को अपनी सम्पत्ति से बेदखल कर रखा है | उजमा ने जो कहा कि भाजपा को वोट देने के चलते उसे मारपीट करके घर से निकाला गया है ऐसा कुछ नहीं हुआ है | उजमा काफी समय से अपने मायके में ही रहती है |
तस्लीम का पिता तांगा चलाकर परिवार का करता है पोषण :
तस्लीम के मां की माने तो उनका पति तांगा चलाकर अपने परिवार का पोषण करता है | उसका पति अक्सर बीमार रहता है | उनके चार बेटे और दो बेटियां है | वही तस्लीम के खाना बनाने का काम करने की जानकारी मिल रही है | शादी के कुछ ही दिनों बाद उजमा ने परिवार के लोगो पर अत्याचार करना शुरू कर दिए थे | इससे परेशान होकर दोनों को उन्होंने बेदखल कर दिया था | तब से वह दोनों उनके साथ नहीं रहते है |
पुलिस दोनों पक्षों को सुनकर करेगी आगे की कार्रवाही
एसएसपी रोहित सजवाण ने बताया कि थाना बारादरी के अंतर्गत एक महिला ने आरोप लगाया है कि उसके सुसराल वालों ने उसे तीन तलाक की धमकी दी और विशेष पार्टी को वोट देने के कारण उसे घर से निकाल दिया | इस सम्बन्ध में पुलिस ने तहरीर लेकर मुकदमा पंजीकृत किया है | सुसराल पक्ष ने बताया कि करीब 6 महीने पहले अपने बहु बेटे को अपनी चल अचल सम्पत्ति से बेदखल कर दिया था | इस वजह से यह झूठा आरोप लगा रहे है | पुलिस दोनों पक्षों को सुनकर विवेचना कर रही है जो सत्य होगा उसके आधार पर निष्पक्ष कार्रवाही की जाएगी |
