ओमकार गंगवार /भगवान स्वरूप राठौर
हरिद्वार । बरेली : मीरगंज तहसील के शीशगढ़ थाना क्षेत्र के गांव सहोड़ा निवासी सर्राफा व्यवसायी प्रवेश उर्फ पंकज यदुवंशी की पत्नी निर्मला देवी अपने दोनों बच्चों—12 वर्षीय पुत्र आरूष और 6 वर्षीय बेटी सौम्या के साथ 25 जुलाई को अपने मायके जनपद रामपुर के कैमरी थाना अंतर्गत गांव पदपुरी गई थीं। इसके बाद वह अपने भाई राजीव के साथ हरिद्वार स्थित मां मंशा देवी के दर्शन को रवाना हुईं।
रविवार सुबह के वक्त जब परिवार मंदिर के पैदल मार्ग से दर्शन को जा रहा था, तभी अचानक भारी भीड़ में अफवाह फैलने के बाद भगदड़ मच गई। सकरे रास्ते और नियंत्रित न हो सकी भीड़ के बीच निर्मला देवी, आरूष और सौम्या भी चपेट में आ गए। तीव्र भगदड़ के कारण तीनों गंभीर रूप से घायल हो गए।
सूचना पर हरिद्वार प्रशासन ने सभी घायलों को ऋषिकेश स्थित एम्स अस्पताल में भर्ती कराया, जहां इलाज के दौरान आरूष ने दम तोड़ दिया। उसकी मां निर्मला और बहन सौम्या का इलाज अब भी चल रहा है।
आरूष की मौत की खबर मिलते ही उसके पिता प्रवेश यदुवंशी और अन्य परिजन हरिद्वार पहुंच गए। घटना की खबर गांव पहुंचने पर शोक की लहर दौड़ गई और परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा।
इस हृदयविदारक हादसे ने एक बार फिर धार्मिक स्थलों पर भीड़ नियंत्रण और सुरक्षा व्यवस्था को लेकर सवाल खड़े कर दिए हैं।
