बरेली।
बरेली के सीबीगंज थाना क्षेत्र के बंडिया गांव निवासी 22 वर्षीय मोसीम पुत्र बशीर अहमद, 27 वर्षीय हसीब पुत्र नसीर अमहद, सनइया रानी मेवाकुंवर निवासी 25 वर्षीय इमरान पुत्र बाबू खां और यहीं का अंकित रस्तोगी उर्फ कपिल पुत्र महेश रस्तोगी दक्षिण दिल्ली के आंबेडकर नगर थाना क्षेत्र के दक्षिणपुरी इलाके में किराये के कमरे में रहकर एसी मैकेनिक का काम करते हैं।
मोसीम के भांजे जीशान ने शुक्रवार रात कई बार उसे फोन किया, लेकिन किसी ने कॉल रिसीव नहीं की। जीशान ने शनिवार की सुबह फिर मोसीम का नंबर लगाया, लेकिन कोई जवाब नहीं मिला। इसके वह उनके कमरे पर गया। वह काफी देर तक दरवाजा खटखटाता रहा, लेकिन कमरे के अंदर कोई हरकत महसूस नहीं हुई। अनहोनी की आशंका पर जीशान ने पुलिस को सूचना दी।
मौके पर पहुंची दिल्ली पुलिस ने दरवाजा तोड़ा तो कमरे के अंदर गैस भरी हुई थी, और चारों लोग बेसुध पड़े थे। पुलिस ने चारों को उपचार के लिए अस्पताल भेजा, जहां पर डॉक्टरों ने अंकित और इमरान को मृत घोषित कर दिया, जबकि हसीब और मोसीम को गंभीर हालत में भर्ती कर लिया गया। कुछ देर उपचार के बाद मोसीम की भी मौत हो गई। हसीब की हालत में सुधार नहीं होने पर एम्स रेफर कर दिया गया है। घटना की जानकारी मिलने के बाद सभी के परिजन दिल्ली जा पहुंचे।
खिड़की-दरवाजे बंद होने से कमरे में गैस भरने से चारों का दम घुट गया
बताया जा रहा है कि कमरे में एसी के छह सिलेंडर रखे हुए थे। इसके अलावा एक घरेलू एलपीजी सिलेंडर रखा था। खिड़की-दरवाजे अंदर से बंद थे। चारों युवकों ने शुक्रवार की रात साथ में खाना खाया और सो गए। रात में किसी समय गैस लीक हो गई। खिड़की-दरवाजे बंद होने के कारण कमरा गैस से भर गया और चारों का दम घुटने लगा, जिसमें तीन की मौत हो गई। फिलहाल शुरुआती जांच के बाद पता चला है कि कमरे में एसी रीफिल करने वाली गैस का सिलेंडर रखा हुआ था, आशंका व्यक्त की जा रही है कि इसी गैस की वजह से इनका दम घुट गया।
