बरेली के जिला चिकित्सालय में चिकित्सा क्षेत्र में एक नया कीर्तिमान स्थापित किया गया है। पहली बार यहाँ दूरबीन पद्धति (लेप्रोस्कोपिक विधि) के माध्यम से बच्चेदानी की आठ सेंटीमीटर की गांठ को सफलतापूर्वक निकाला गया। इस जटिल शल्यक्रिया का संचालन डॉ. अंजलि सोनी और डॉ. एम.पी. सिंह के नेतृत्व में किया गया।
इस महत्वपूर्ण कार्य में डॉ. मीनाक्षी गोयल (महिला चिकित्सालय), डॉ. मुग्धा शर्मा (कनिष्ठ चिकित्सक द्वितीय वर्ष) तथा सिस्टर भावना ने सक्रिय भूमिका निभाई। वहीं रोगी को निश्चेतना देने का उत्तरदायित्व डॉ. रमेश दीक्षित एवं डॉ. मेघ सिंह के मार्गदर्शन में निश्चेतना विभाग की टीम ने निभाया।
गांठ का आकार लगभग आठ सेंटीमीटर था जिसे परंपरागत शल्यक्रिया के स्थान पर दूरबीन पद्धति से निकाला गया। इस प्रक्रिया की विशेषता यह है कि इसमें शरीर में बड़े चीरे की आवश्यकता नहीं होती, जिससे रक्तस्राव कम होता है और रोगी शीघ्र स्वस्थ होता है।
चिकित्सकों के अनुसार, शल्यक्रिया के उपरांत रोगी की स्थिति पूर्णतः सामान्य है तथा वह तेजी से स्वास्थ्य लाभ की ओर अग्रसर है। यह उपलब्धि जिला अस्पताल की चिकित्सा दक्षता, समर्पण तथा आधुनिक तकनीकी सुविधा का परिचायक है।
इस ऐतिहासिक सफलता के साथ जिला अस्पताल, बरेली ने यह सिद्ध कर दिया है कि अब महानगरों की भांति उत्कृष्ट स्वास्थ्य सेवाएं जनपद स्तर पर भी सुलभ हैं — और वह भी सरकारी चिकित्सा संस्थानों में। यह बरेलीवासियों के लिए गर्व का विषय है।
