बरेली। भारत एक ऐसा देश है जहां सोशल मीडिया को अपनी जरूरत के मुताबिक प्रयोग किया जाता है। आमतौर पर विदेशों में सोशल मीडिया का प्रयोग अपने दोस्तों और अपनी जिंदगी से जुड़ी बातों के लिए शेयर करने के लिए किया जाता है। पर भारत में राजनीतिक दल या यहां के रहने वाले लोग उसकी रीच या उसकी प्राथमिकता पर सोशल मीडिया का प्रयोग तय करते है । दअसल एक मामला बरेली में ऐसा आया , जहां सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक व्यक्ति ने अपने बीमार भाई के लिए खून की मांग कर डाली । इसके बाद बरेली पुलिस के दो जवानों ने ना केवल मरीज को देखने पहुंचे बल्कि रक्तदान करके उसकी जान भी बचा ली ।
दरसल वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक घुले सुशील कुमार के ने पुलिस लाइन के आरआई को इस मामले में जानकारी दी थी । इसके बाद पुलिस लाइन द्वारा सिपाही आशीष अहलावत और सन्नी कुमार को ब्लड बैंक भेजा गया और दोनों सिपाहियों ने स्वैच्छिक रूप से मरीज की जान बचाने के लिए रक्तदान भी किया। इस कार्य से बरेली पुलिस ने यह भी एहसास करा दिया वह जनता के हर दुख की घड़ी में उनके साथ खड़ी है और जनता भी दोनों सिपाहियों की नेक दिली की तारीफ भी कर रही है। इसके अलावा समय समय पर आपको सोशल मीडिया के कई प्लेटफार्म पर लोगों की परेशानी या मदद से जुड़ी पोस्ट दिखने को मिल जाती है इस बात से तय है कि किसी भी तकनीक का प्रयोग हर आदमी के ऊपर तय करता है कि वह किस वे में इसका प्रयोग कर रहा है। शायद आज की कहानी तो सोशल मीडिया से सोशल होने की गबाही दे रहा हैं।
 
				 
								 
															 
															 
															 
															 
															



