बरेली। मोहर्रम के पवित्र अवसर पर समाजवादी पार्टी अल्पसंख्यक सभा के उपाध्यक्ष इंजीनियर अनीस अहमद ख़ाँ ने इंसानियत और सौहार्द का संदेश देने के लिए शर्बत की सबील का आयोजन किया। यह सबील शहर के सिटी नेशनल हाईवे और गोटिया एजाजनगर में लगाई गई, जहां बड़ी संख्या में लोगों ने गर्मी में ठंडे शर्बत का आनंद उठाया और मोहर्रम के संदेश को आत्मसात किया।
इंजीनियर अनीस अहमद ख़ाँ ने इस मौके पर कहा कि मोहर्रम केवल ग़म का महीना नहीं, बल्कि इंसाफ, सच्चाई और कुर्बानी की सीख देने वाला अवसर है। उन्होंने कहा कि कर्बला की जंग हक़ और बातिल के बीच थी, जिसमें हज़रत इमाम हुसैन ने अन्याय के खिलाफ डटकर खड़े होने और इंसानियत के लिए जान की कुर्बानी देने का पैगाम दिया। उनकी शहादत आज भी हमें सच्चाई और इंसाफ के रास्ते पर चलने की प्रेरणा देती है।
इस अवसर पर समाज के कई गणमान्य लोग मौजूद रहे, जिनमें क़दीर अहमद, हाजी शोएब खान, तनवीर उल इस्लाम, इंजीनियर मोहम्मद अकरम, कलीम नासिर समेत अनेक लोग शामिल थे। आयोजन में शामिल सभी लोगों ने एक स्वर में आपसी भाईचारे और सामाजिक सौहार्द बनाए रखने का संकल्प लिया।
मोहर्रम के इस मौके पर अनीस अहमद ख़ाँ की यह पहल एक मिसाल बनी, जिसमें मजहब से ऊपर उठकर इंसानियत का संदेश दिया गया।
