मुकेश कुमार
बरेली। महाराष्ट्र के कुछ नेताओं द्वारा राष्ट्रभाषा हिंदी को लेकर दिए गए विवादित बयानों के विरोध में सोमवार को शिवसेना (एकनाथ शिंदे गुट) ने पटेल चौक पर जोरदार प्रदर्शन किया। प्रदर्शन की अगुवाई जिला प्रमुख दीपक पाठक ने की, जहां पार्टी कार्यकर्ताओं ने महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना प्रमुख राज ठाकरे और शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख उद्धव ठाकरे का पुतला दहन कर अपना विरोध दर्ज कराया।
प्रदर्शनकारियों ने कहा कि हिंदी केवल एक भाषा नहीं, बल्कि देश की आत्मा और सांस्कृतिक पहचान है। ऐसे में हिंदी का अपमान भारत की एकता और अखंडता पर सीधा हमला है। वक्ताओं ने राज और उद्धव ठाकरे के बयानों को विभाजनकारी सोच का परिचायक बताते हुए देशवासियों से आग्रह किया कि वे हिंदी के सम्मान में एकजुट होकर खड़े हों।
जिला प्रमुख दीपक पाठक ने कहा कि “हिंदी को केवल उत्तर भारत की भाषा समझना एक बड़ी भूल है। यह भारत के हर कोने में बोली, समझी और सम्मानित की जाती है। हम किसी भी कीमत पर इसकी अवमानना बर्दाश्त नहीं करेंगे।”
इस मौके पर महानगर प्रमुख आयुष वर्मा, शशांक पाठक, अर्चित मिश्रा, शिवम सक्सेना, हिमांशु रस्तोगी, राहुल पाठक, उपेंद्र सिंह, शिवम त्रिवेदी, प्रियांशु त्रिवेदी, विनोद राजपूत, संजय चंद्रा और प्रिंस चंद्रा समेत बड़ी संख्या में शिवसेना कार्यकर्ता मौजूद रहे। प्रदर्शन के दौरान राष्ट्रभाषा के सम्मान में जोरदार नारेबाजी भी की गई।
