शाहजहांपुर पुलिस ने नकली नोटों का जाल फैलाने वाले गिरोह का भंडाफोड़ किया है। चौक कोतवाली पुलिस ने सोमवार सुबह तीन तस्करों को गिरफ्तार कर उनके पास से 4 लाख 61 हजार रुपये के नकली नोट, लैपटॉप, प्रिंटर, कागज, कार, बाइक, लेमिनेशन मशीन सहित अन्य सामान बरामद किया है। गिरोह का सरगना पैथोलॉजिस्ट डॉ. नफीस अहमद निकला, जो मुरादाबाद के कुंदरकी क्षेत्र का निवासी है।
पुलिस को सूचना मिली थी कि नकली नोट छापने वाला गिरोह उमरगंज मार्ग पर कार से पहुंचने वाला है। सूचना पर त्वरित कार्रवाई करते हुए प्रभारी निरीक्षक अश्विनी कुमार सिंह की टीम ने घेराबंदी कर नफीस अहमद, पंकज गंगवार (उधम सिंह नगर) और निखिल मिश्रा (शाहजहांपुर) को दबोच लिया।
पूछताछ में सामने आया कि डॉ. नफीस कोरोना काल में आर्थिक तंगी से गुजर रहा था, जिसके बाद उसने रामपुर के जाकिर से नकली नोट बनाना सीखा। उसने अब तक करीब 15 लाख रुपये के नकली नोट नोएडा और अमरोहा में खपाने की बात कबूल की है। वह नकली नोट चलाने वालों को 20 से 30 प्रतिशत कमीशन पर नोट देता था।
डॉ. नफीस फोटोशॉप से असली नोट की कॉपी तैयार करता, फिर उसे चमकदार पन्नी और रंगों से सजाकर लेमिनेशन मशीन की मदद से नकली नोट में तब्दील कर देता था। गिरोह ने नोट छापने के लिए कार तक में प्रिंटर और सामान फिट कर रखा था।
पुलिस ने आरोपियों को कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया है। एसपी राजेश द्विवेदी ने पुलिस टीम को 20 हजार रुपये इनाम देने की घोषणा की है, साथ ही गिरोह के अन्य सदस्यों की तलाश जारी है।
