बहेड़ी। हजरत मौलाना सय्यद शाहिद अली मियां रहमतुल्लाह अलैह के उर्स के मौके पर बाद नमाज फज्र कुरानख्वानी और बाद नमाज जोहर खत्म खव्वाजगान शरीफ हुआ। उर्स में आये जायरीन और अकीदतमंदों ने हज़रत सय्यद शाहिद अली मियां रहमतुल्लाह अलैह की मजार पर हाजिरी देकर फातिहा ख्वानी की और सज्जादानशीन सय्यद फैजी मियां से मुलाकात कर दुआ कराई।
नगर के मोहल्ला शखुपुर में आस्ताने आलिया मंज़ूरिया जामिया गौसिया बशीरी उलूम में आयोजित उर्से शाहिदी के मौके पर शनिवार को बाद नमाज मगरिब हल्का ए जिक्र किया गया। बाद नमाज इशा जलसा ए सीरातुननबी आयोजित किया गया जिसकी शुरुआत तिलावते कुरआन से की गई। नात व मनकबत के बाद उलेमा ए इकराम की तक़रीर हुई जिसमे मौलाना इम्तियाज अहमद कादरी बरकाती ने अपनी तकरीर में हज़रत सय्यद शाहिद अली मियां रहमतुल्लाह अलैह की जात बयान करते हुए कहा कि हज़रत ने अपनी सारी उम्र इश्क ए रसूल के सांचे में ढाल दी।
शायर अकील सिद्दीकी बरेली ने आला हजरत का मशहूरों मारूफ कलाम सुनाकर खूब वाहबाही लूटी। जलसे के आखिर में सलातो सलाम पेश कर फातिहा ख्वानी की गई जिसमे सज्जादानशीन सय्यद फैजी मियां ने मुल्क में अमन चैन के लिये दुआ की।
जलसा में मौलाना सय्यद नूरी मियां, मौलाना सय्यद हस्नैन मियां, सय्यद सिब्तैन मियां की निगरानी में सम्पन्न हुआ। आज 19 मई इतवार को सुबह 10 बजे हजरत सय्यद शाहिद अली मियां रहमतुल्लाह अलैह का विसाली कुल शरीफ होगा। इसके बाद दोपहर 12 बजे आखिरी कुल आयोजित होगा। उर्स सम्पन्न होने पर दरगाह शरीफ पर उर्स आये जायरीन के लिए आम लंगर चलेगा।
बहेड़ी। हजरत मौलाना सय्यद शाहिद अली मियां रहमतुल्लाह अलैह के उर्स के मौके पर बाद नमाज फज्र कुरानख्वानी और बाद नमाज जोहर खत्म खव्वाजगान शरीफ हुआ। उर्स में आये जायरीन और अकीदतमंदों ने हज़रत सय्यद शाहिद अली मियां रहमतुल्लाह अलैह की मजार पर हाजिरी देकर फातिहा ख्वानी की और सज्जादानशीन सय्यद फैजी मियां से मुलाकात कर दुआ कराई।
नगर के मोहल्ला शखुपुर में आस्ताने आलिया मंज़ूरिया जामिया गौसिया बशीरी उलूम में आयोजित उर्से शाहिदी के मौके पर शनिवार को बाद नमाज मगरिब हल्का ए जिक्र किया गया। बाद नमाज इशा जलसा ए सीरातुननबी आयोजित किया गया जिसकी शुरुआत तिलावते कुरआन से की गई। नात व मनकबत के बाद उलेमा ए इकराम की तक़रीर हुई जिसमे मौलाना इम्तियाज अहमद कादरी बरकाती ने अपनी तकरीर में हज़रत सय्यद शाहिद अली मियां रहमतुल्लाह अलैह की जात बयान करते हुए कहा कि हज़रत ने अपनी सारी उम्र इश्क ए रसूल के सांचे में ढाल दी।
शायर अकील सिद्दीकी बरेली ने आला हजरत का मशहूरों मारूफ कलाम सुनाकर खूब वाहबाही लूटी। जलसे के आखिर में सलातो सलाम पेश कर फातिहा ख्वानी की गई जिसमे सज्जादानशीन सय्यद फैजी मियां ने मुल्क में अमन चैन के लिये दुआ की।
जलसा में मौलाना सय्यद नूरी मियां, मौलाना सय्यद हस्नैन मियां, सय्यद सिब्तैन मियां की निगरानी में सम्पन्न हुआ। आज 19 मई इतवार को सुबह 10 बजे हजरत सय्यद शाहिद अली मियां रहमतुल्लाह अलैह का विसाली कुल शरीफ होगा। इसके बाद दोपहर 12 बजे आखिरी कुल आयोजित होगा। उर्स सम्पन्न होने पर दरगाह शरीफ पर उर्स आये जायरीन के लिए आम लंगर चलेगा।