शहर के हालात को देखते हुए लिया गया फैसला, घरों में फातिहा और लंगर का होगा इंतज़ाम
बरेली।गौस-ए-पाक शेख अब्दुल क़ादिर बगदादी की याद में हर साल मनाए जाने वाले ग्यारहवीं शरीफ के जश्न के तहत निकलने वाला पारंपरिक जुलूस-ए-गौसिया इस साल नहीं निकलेगा। दरगाह आला हज़रत के सज्जादानशीन मुफ्ती अहसन मियां ने ऐलान किया है कि शहर के मौजूदा हालात को देखते हुए इस साल 4 अक्टूबर (शनिवार) को जुलूस नहीं निकाला जाएगा।
उन्होंने कहा कि यह फैसला सिर्फ इस साल के लिए अस्थायी तौर पर लिया गया है। अगले साल जुलूस-ए-गौसिया अपनी पूरी शान-ओ-शौकत के साथ निकाला जाएगा।
मुफ्ती अहसन मियां ने अपील की कि सभी लोग अपने-अपने घरों में गौस-ए-पाक की याद में फातिहा करें और लंगर का एहतिमाम करें।
हर साल यह जुलूस अंजुमन गौस ओ रज़ा (टीटीएस) के तत्वावधान में सैलानी रज़ा चौक से निकाला जाता था, जिसमें नए और पुराने शहर की लगभग 80 अंजुमने शिरकत करती थीं।
इस साल जुलूस न निकालने के निर्णय के साथ ही, ग्यारहवीं शरीफ के दिन यानी 4 अक्टूबर को दोपहर 2 बजे, सैलानी रज़ा चौक पर एक संक्षिप्त कार्यक्रम होगा। इसकी सदारत सज्जादानशीन मुफ़्ती अहसन मियां करेंगे। कार्यक्रम में उलेमा-ए-किराम तक़रीर करेंगे, जिसके बाद फातिहा और खास दुआ होगी तथा लंगर तकसीम किया जाएगा।
इस बैठक में अंजुमन गौस ओ रज़ा (टीटीएस) के सदर हाजी शरिक नूरी, नायब सदर परवेज़ नूरी, सचिव अजमल नूरी, नासिर कुरैशी, शाहिद खान नूरी, औरंगज़ेब नूरी, ताहिर अल्वी, मंजूर रज़ा, मुजाहिद बेग सहित अन्य सदस्य मौजूद रहे।
