प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित कई नेताओं ने जताया शोक
नई दिल्ली। देश की राजनीति में एक अहम भूमिका निभाने वाले सत्यपाल मलिक का मंगलवार को दिल्ली के राम मनोहर लोहिया अस्पताल में निधन हो गया। 79 वर्षीय मलिक पिछले कुछ समय से कई स्वास्थ्य समस्याओं से जूझ रहे थे और अस्पताल की गहन देखभाल इकाई (ICU) में उनका इलाज चल रहा था।
मलिक लंबे समय तक सक्रिय राजनीति में रहे और लोकसभा एवं राज्यसभा सदस्य के अलावा गोवा, बिहार, मेघालय और ओडिशा के राज्यपाल भी रह चुके थे। हालांकि, उन्हें सबसे अधिक पहचान उस समय मिली जब वह जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल थे। उनके कार्यकाल के दौरान ही 5 अगस्त 2019 को केंद्र सरकार ने अनुच्छेद 370 के अधिकांश प्रावधानों को निरस्त कर राज्य को दो केंद्र शासित प्रदेशों में विभाजित किया था।
यह एक संयोग ही है कि सत्यपाल मलिक का निधन उसी दिन हुआ, जिस दिन अनुच्छेद 370 हटाए जाने की छठी वर्षगांठ थी। अस्पताल सूत्रों के मुताबिक, वह मधुमेह, किडनी रोग, उच्च रक्तचाप, मोटापा और नींद से जुड़ी समस्याओं से पीड़ित थे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मलिक के निधन पर शोक जताते हुए कहा कि उन्होंने देश की राजनीति और प्रशासन में उल्लेखनीय योगदान दिया है। अन्य कई नेताओं और गणमान्य व्यक्तियों ने भी उनके निधन को राष्ट्र के लिए बड़ी क्षति बताया।
