पीलीभीत
शहर के बल्लभनगर कॉलोनी के रहने वाले शशांक मिश्रा ने बुधवार को कलेक्ट्रेट पहुंचकर डीएम से शिकायत की। जिसमें बताया कि शहर समेत जिलेभर में घटिया क्वालिटी का नमक खुलेआम बेचा जा रहा है। आरोप है कि इसमें आयोडीन की मात्रा मानक के अनुरूप नहीं है। कई नमक ऐसे भी बेचे जा रहे हैं, जिसका इस्तेमाल इंसानों के लिए प्रतिबंधित है। कई ब्रांडेड कंपनियों के मिलते-जुलते नाम से घटिया नमक बेचा जा रहा है।
राजस्थान की कंपनी के तीन ब्रांड स्वागत, टीटू, मोर के सैंपल हुए फेल
बीते कुछ समय में खाद्य सुरक्षा और प्रशासन द्वारा की गई सैंपलिंग की रिपोर्ट में नमक की गुणवत्ता मानक के विपरीत पाई गई है। आरोप लगाया कि राजस्थान की पंकज कंपनी के तीन नमक स्वागत, टीटू, मोर के सैंपल फेल हो चुके हैं। एक साल के अंदर नमक के 127 से अधिक नमूने फेल हो चुके हैं। बिना आयोडीन का घटिया क्वालिटी का नमक गुर्दे से लेकर हार्ट की बीमारियों की वजह बनता है।
बाजार में खुलेआम बिक रहा घटिया नमक
स्वाथ्य के लिए हानिकारक होने के बावजूद घटिया नमक का व्यापार खुलेआम किया जा रहा है। जिन कंपनियों के सैंपल फेल हो चुके हैं। उनकी भी सप्लाई लगातार हो रही है। शिकायतकर्ता का कहना है कि इस नमक की बिक्री करने वाले बिना बिलिंग के कारोबार कर रहे हैं जिससे आयकर की भी चोरी हो रही है। इसकी जांच कराकर कार्रवाई करने की मांग की गई है।
पहले भी की गई थीं शिकायतें
खाद्य पदार्थों में मिलावटखोरी खासकर बिना आयोडीन के नमक की बिक्री को लेकर पूर्व में भी शिकायतें हो चुकी है। इसे लेकर शिकायतों के बाद सैंपलिंग कराई जा चुकी है। अधिकांश नमूने भी फेल हो गए थे। एक नमक तो ऐसा भी सामने आया था, जिसमें आयोडीन युक्त होने की बात तो पैकेट पर लिखी हुई थी, लेकिन व्यापारी खुद स्वीकारते रहे थे कि इसमें आयोडीन नहीं है।
इसे इंसानों के इस्तेमाल का न होने की बात कही गई। खाद्य सुरक्षा विभाग ने अभियान चलाकर कार्रवाई की बात कही लेकिन बाद में कोई ठोस एक्शन नहीं लिया जा सका था।




