कमलेश शर्मा
शाहजहांपुर। उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (PET) की परीक्षा में फर्जी तरीके से पेपर देने आए एक मुन्ना भाई को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। आरोपी की पहचान बिहार के नवादा जिले निवासी विवेक कुमार मंडल के रूप में हुई है। आरोपी ने आज़मगढ़ के दो अभ्यर्थियों की जगह परीक्षा देने का सौदा 20 हजार रुपये में तय किया था।
जानकारी के अनुसार, 6 सितंबर को विवेक ने हरदोई जिले में श्याम चरण और शाहजहांपुर में नितिन नामक अभ्यर्थियों की जगह परीक्षा दी। दोनों परीक्षाओं में बायोमैट्रिक मिलान समान आने पर उसका फर्जीवाड़ा सामने आ गया।
कैसे पकड़ा गया आरोपी
7 सितंबर को शाहजहांपुर के रोज़ा थाना क्षेत्र स्थित जान नेव सीनियर सेकेंडरी स्कूल में PET की दूसरी पाली की परीक्षा चल रही थी। इसी दौरान विवेक मंडल ने नितिन के नाम से परीक्षा दी। लेकिन हरदोई परीक्षा केंद्र से प्रधानाचार्य को सूचना मिली कि नितिन का बायोमैट्रिक हरदोई में पहले ही श्याम चरण के नाम से मिल चुका है।
पेपर खत्म होते ही प्रधानाचार्य सुनीता द्विवेदी ने पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया।
पूछताछ में खुलासा
शुरुआत में आरोपी ने पुलिस को अपना नाम नितिन, निवासी सीलमपुर छपरा, थाना अतरौलिया, जिला आज़मगढ़ बताया। सख्ती से पूछताछ करने पर उसने असली नाम विवेक कुमार मंडल स्वीकार किया।
विवेक ने बताया कि 2024 में बनारस में उसकी मुलाकात आज़मगढ़ निवासी श्याम कृष्ण से हुई थी। श्याम कृष्ण और उसके साथी नितिन ने उससे कहा कि वह उनकी जगह परीक्षा दे। इसके बदले 20 हजार रुपये देने का सौदा हुआ। आरोपी ने एडवांस में 10 हजार रुपये भी लिए थे।
5 सितंबर को वह बिहार से लखनऊ पहुंचा, जहां से श्याम कृष्ण उसे कार से हरदोई लेकर आया। वहां उसने श्याम कृष्ण के स्थान पर परीक्षा दी और फिर शाहजहांपुर में नितिन के नाम से पेपर दिया।
आगे की कार्रवाई
एसपी सिटी देवेंद्र कुमार ने बताया कि आरोपी विवेक कुमार मंडल को जेल भेज दिया गया है। आज़मगढ़ निवासी श्याम कृष्ण और नितिन की तलाश में पुलिस टीम रवाना कर दी गई है। इसके साथ ही आरोपी के आपराधिक रिकॉर्ड की जांच के लिए पुलिस टीम बिहार भेजी गई है।
