बरेली।थाना इज्जतनगर में दर्ज एफआईआर को लेकर रविवार को मोहसिन रज़ा खां ने प्रेसवार्ता कर अपना पक्ष रखा। उन्होंने कहा कि उनका इस पूरे प्रकरण से कोई लेना-देना नहीं है और एक पारिवारिक विवाद को जबरन तूल देकर उन्हें साजिश के तहत आरोपी बनाया गया है।
मोहसिन रज़ा खां ने बताया कि एसएसपी कार्यालय के बाहर युवक द्वारा आत्महत्या की कोशिश के बाद मामला सुर्खियों में आया, लेकिन यह विवाद मूल रूप से एक परिवार के आपसी मतभेदों से जुड़ा है। उन्होंने कहा कि स्वयं युवक के पिता मुकद्दर ने सार्वजनिक रूप से यह स्पष्ट किया है कि इस मामले में उनकी कोई भूमिका नहीं है।
प्रेसवार्ता में मोहसिन रज़ा खां ने आरोप लगाया कि इस प्रकरण को जानबूझकर खानदान-ए-आला हज़रत और मसलक-ए-आला हज़रत से जोड़कर बदनाम करने का प्रयास किया जा रहा है। उनका कहना था कि हर छोटी घटना को 26 सितंबर 2025 की एक अलग घटना से जोड़कर मौलाना तौकीर रज़ा खां का नाम सामने लाया जा रहा है।
उन्होंने प्रशासनिक कार्रवाई पर भी सवाल उठाए। आरोप लगाया कि सिविल न्यायालय में मामला लंबित होने के बावजूद बरेली विकास प्राधिकरण द्वारा कार्रवाई की कोशिश की गई। वहीं, इलाहाबाद हाईकोर्ट के आदेश के बावजूद बिजली विभाग की ओर से रिकवरी की चेतावनी दिए जाने का दावा भी किया गया।
मोहसिन रज़ा खां ने कहा कि एक कथित गिरोह और एक अधिवक्ता द्वारा झूठे मुकदमों के जरिए दबाव बनाने और बदनामी की कोशिश की जा रही है। उन्होंने दोहराया कि यह पूरा मामला शाकिर बेग के परिवार का निजी विवाद है, जिसका किसी धार्मिक संस्था या खानदान से कोई संबंध नहीं है।
फिलहाल पुलिस का कहना है कि एफआईआर में लगाए गए आरोपों की जांच की जा रही है। सभी संबंधित पक्षों के बयान दर्ज किए जा रहे हैं और जांच के बाद आगे की कानूनी कार्रवाई की जाएगी।




