-थिएटरलीला एक्टिंग स्टूडियो की ओर से रिद्धिमा में हुआ “चरणदास चोर” का मंचन
-हबीब तनवीर लिखित और वरुण शर्मा निर्देशित नाटक ने दिया नैतिकता का संदेश
-सीडीओ जग प्रवेश ने दीप प्रज्वलित कर किया नाटक चरणदास चोर का उद्घाटन
बरेलीः एसआरएमएस रिद्धिमा के चतुर्थ थिएटर फेस्टिवल रंग महोत्सव इंद्रधनुष 2024 के सातवें और अंतिम दिन शनिवार (19 अक्टूबर) को थिएटरलीला एक्टिंग स्टूडियो की ओर से “चरणदास चोर” का मंचन हुआ। “चरणदास चोर” एक व्यंग्यपूर्ण और सामाजिक रूप से प्रासंगिक संगीत नाटक है, जो ईमानदारी, लालच और नैतिक दुविधाओं को उजागर करता है। प्रसिद्ध नाटककार हबीब तनवीर लिखित और वरुण शर्मा निर्देशित इस नाटक में हास्य, संगीत और सामाजिक आलोचना के अनोखे मिश्रण ने दर्शकों को बांधे रखा। यह नाटक एक दिलचस्प और चालाक चोर चरणदास की कहानी है, जो अपने पेशे के बावजूद, अटूट नैतिकता पर विश्वास करता है।
कई हास्यप्रद और विचारोत्तेजक घटनाओं के माध्यम से चरणदास एक भ्रष्ट समाज में अपने सिद्धांतों को थामे रहता है। भले ही उसे सत्ता और प्रलोभन का सामना करना पड़े। व्यंग्य और जीवंत लोक गीतों का उपयोग कर मानव स्वभाव, सामाजिक मान्यताओं और न्याय प्रणाली की विसंगतियों पर सवाल उठाता यह नाटक समाज को नैतिकता का संदेश भी देता है। मनोरंजन के साथ-साथ दर्शकों को मूल्यों, ईमानदारी और न्याय की प्रकृति के बारे में गहराई से सोचने के लिए प्रेरित करता यह नाटक, हल्के-फुल्के अंदाज़ में, मानव स्वभाव पर गहरी दृष्टि प्रस्तुत करता है।
नाटक में मानस राज (चरणदास चोर), सम्भव गुप्ता (हवलदार), ईशान जैन (बाबा), रश्मि मिश्रा (रानी) ने अपने अभिनय से दर्शकों को लुभाया। नाटक में लाइव संगीत कोरस में राहुल शर्मा, हरीश वर्मा, आलोक शामिल हुए।इससे पहले बरेली के मुख्य विकास अधिकारी आईएएस जग प्रवेश, एसआरएमएस ट्रस्ट के संस्थापक व चेयरमैन देव मूर्ति जी ने दीप प्रज्वलन किया। इस मौके पर आशा मूर्ति जी, उषा गुप्ता जी, डा. प्रभाकर गुप्ता, डा.अनुज कुमार, डा. मनोज तांगड़ी, डा.रीटा शर्मा, आलोक प्रकाश और गण्यमान्य लोग मौजूद रहे।