राजकुमार
फतेहगंज पश्चिमी।टिटौली गांव के मासूम आहिल की हत्या का मामला अब और उलझता जा रहा है। हत्या के आठ दिन बाद पीड़ित पिता शाखावत नवी ने एसएसपी अनुराग आर्य के नाम शिकायती पत्र देकर इस पूरे हत्याकांड में दो और लोगों की संलिप्तता का दावा किया है। इसके साथ ही उन्होंने पुलिस की जांच पर भी गंभीर सवाल उठाए हैं।
17 अगस्त को टिटौली निवासी शाखावत नवी का 10 वर्षीय बेटा आहिल अचानक लापता हो गया था। रात में ही उसकी गला रेतकर हत्या कर शव जंगल से बरामद किया गया। इस सनसनीखेज वारदात ने पूरे इलाके को दहला दिया था। पुलिस ने आरोपी वसीम, जो मृतक का फुफेरा भाई है, को मुठभेड़ के दौरान घायल कर गिरफ्तार किया और जेल भेज दिया।
अब पीड़ित पिता का कहना है कि हत्या की असली साजिश में गांव के ही दो अन्य युवक शामिल हैं। उनके अनुसार उन्हीं दोनों ने नई सिम खरीदकर दस लाख रुपये की फिरौती का मैसेज भेजा था। वसीम को केवल लालच देकर आहिल को जंगल में बुलाने के लिए कहा गया था, जबकि असल हत्या इन दोनों ने की। वसीम अपहरण की योजना का हिस्सा मात्र था।
पिता का आरोप है कि हत्या के दूसरे दिन ही उन्होंने दोनों युवकों के बारे में पुलिस को जानकारी दे दी थी, लेकिन पुलिस ने उनकी बात पर ध्यान नहीं दिया। यहां तक कि एक आरोपी को पकड़ने के बाद भी कथित सांठगांठ के चलते छोड़ दिया गया। वहीं कुरतरा और लमकन गांव से सिम प्रकरण में उठाए गए दो लोगों को भी पुलिस ने रिहा कर दिया।
शाखावत नवी ने पुलिस पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि वसीम से उन्हें और परिवार को मिलने नहीं दिया गया। पूछताछ के नाम पर वसीम को रातभर घुमाकर सुबह उसके पैरों में गोली मार दी गई, जबकि हत्या के पीछे की सच्चाई जानने का मौका उन्हें नहीं दिया गया।
इस बीच वसीम की बहन नरगिश ने भी जेल में मुलाकात के बाद बड़ा दावा किया है। उसका कहना है कि वसीम ने हत्या से साफ इनकार किया है। उसने बताया कि गांव के दो युवकों के साथ केवल अपहरण कर फिरौती लेने की योजना बनी थी, हत्या उन दोनों ने की। वसीम ने कहा कि वह तो केवल आहिल को जंगल तक लेकर गया था।
इस पूरे मामले पर एसएसपी अनुराग आर्य ने पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने का भरोसा दिया है। वहीं थाना प्रभारी निरीक्षक अभिषेक कुमार ने कहा कि पीड़ित राजनीति लोगों के बहकावे में आकर आरोप लगा रहा है। पुलिस, सर्विलांस और एसओजी टीम ने मिलकर आरोपी को जेल भेजा है। विवेचना अभी जारी है और अगर जांच में अन्य लोग दोषी पाए जाते हैं तो उनके खिलाफ भी सख्त कार्रवाई की जाएगी।
