बरेली।
परिजनों के अनुसार, धनसिंह 13 मई को गांव के कुछ युवकों के साथ झूंसी गांव लकड़ी काटने के लिए गया था। लेकिन 14 मई तक उसके घर न लौटने पर परिवार ने उसकी तलाश शुरू की। इसके बाद पता चला कि धनसिंह का शव आंवला सीएचसी में लावारिस हालत में मिला है। यह सुनते ही घर में चीख-पुकार मच गई।
शव की शिनाख्त होते ही परिजन पोस्टमार्टम हाउस पहुंचे और वहां आरोप लगाया कि जो युवक धनसिंह को काम पर ले गए थे, उन्होंने पूछताछ करने पर कोई स्पष्ट जवाब नहीं दिया, बल्कि उल्टा अपशब्द कहने लगे। इससे परिजनों को शक है कि धनसिंह की हत्या की गई है और उसे एक साजिश के तहत मारा गया है।
धनसिंह के पिता जंडेल सिंह ने इस घटना को लेकर थाने में तहरीर दी है और आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है। वहीं पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। भमोरा पुलिस का कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत के असली कारणों का खुलासा हो पाएगा, जिसके आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
घटना ने गांव में भय और गुस्से का माहौल पैदा कर दिया है। फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है और पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने का भरोसा दिलाया है।
