बरेली। आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता संजय सिंह ने बरेली में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर SIR को लेकर चुनाव आयोग पर बड़ा हमला बोला। उन्होंने कहा कि “SIR पहली बार बिहार में कराया गया, जबकि 2002 में IR हुआ था। SIR की कोई कानूनी बाध्यता नहीं है और इसकी अनुमति चुनाव आयोग के अधिकार क्षेत्र में आती ही नहीं। मनु सिंघवी ने इसे सुप्रीम कोर्ट में चैलेंज किया है। चुनाव आयोग SIR कराकर लोकतंत्र को कुचलने का काम कर रहा है।”

संजय सिंह ने यह भी साफ कहा कि यूपी में बिहार जैसा SIR नहीं होने दिया जाएगा। उन्होंने कहा—“पहले लिस्ट आने दीजिए, फिर 11 दिसंबर के बाद मैं बड़ा ऐलान करूंगा।”
इसके बाद उन्होंने बरेली में हाल ही में हुई बुलडोजर कार्रवाई पर यूपी सरकार को कठघरे में खड़ा किया। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार बुलडोजर का इस्तेमाल दलितों, मुसलमानों और पिछड़ों को डराने के लिए करती है। कहा—“मुसलमानों के खिलाफ बुलडोजर चलवाकर बताया जाता है कि लड्डू बांटो, हम मुसलमानों को ठीक कर रहे हैं।”
संजय सिंह ने दावा किया कि दिल्ली में 140 साल पुराने मंदिर को आरएसएस की पार्किंग बनाने के लिए तोड़ा गया, लेकिन किसी मीडिया ने इस पर सवाल नहीं उठाया। जबकि बुलडोजर कार्रवाई को लेकर कोर्ट भी कई बार सवाल उठा चुका है।
उन्होंने चुनाव आयोग के अध्यक्ष पर भी सीधा निशाना साधते हुए कहा कि वे SIR को लेकर एकतरफा रवैया अपना रहे हैं और कानून को ताक पर रखकर कदम उठा रहे हैं।
संजय सिंह बरेली में रामपुर से अमरोहा तक होने वाली “वोट बचाओ–संविधान बचाओ पदयात्रा” की तैयारियों की समीक्षा के लिए पहुंचे थे। यह यात्रा 21 से 26 दिसंबर तक निकाली जाएगी।




