बरेली। जिला कृषि रक्षा अधिकारी अर्चना प्रकाश वर्मा ने बताया कि खरीफ फसलों में तना वेधक कीट की रोकथाम आवश्यक है क्योंकि इसकी रोकथाम न करने पर फसल की पैदावार घट जाती है। इसके रोकथाम के लिये तना वेधक कीट की रोकथाम हेतु फैरोमोन ट्रेय (एस0वी0 ल्योर) 6-8 संख्या में प्रति हेक्टेयर की दर से प्रयोग करना चाहिए इसके अतिरिक्त इस कीट में नियंत्रण के लिये ट्राइकोग्रामा कार्ड 8-10 संख्या में प्रति हेक्टेयर की दर से पौधे के तने में धागे से बांध देना चाहिये।
12-15 दिन बाद दुबारा प्रयोग करना चाहिए। रासायनिक नियंत्रण हेतु क्यूनालफास 25 प्रति ई0सी0 अथवा क्लोरोपाइरीफास 20 प्रति ई0सी0 1.50 लीटर अथवा फिप्रोनिल 05 प्रति एस0सी0 1-1.5 लीटर 500-600 लीटर पानी में घोलकर प्रति हेक्टेयर अथवा कारटाप हाट्रोक्लोराइड 04 जी0 की 18 कि0ग्रा0 मात्रा को प्रति हेक्टेयर की दर से 3-5 सें0मी0 स्थिर पानी में बिखेरकर प्रयोग किया जाये।
उन्होंने यह भी कहा कि इसके अतिरिक्त विकास खण्ड स्तर पर स्थित कृषि रक्षा इकाई पर सम्पर्क कर कृषि से सम्बन्धित कीट/रोग की समस्या का समाधान प्राप्त कर सकते हैं।
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