दरगाह कमेटी ने जारी किया उर्स कार्यक्रम
बहेड़ी। 77वें सालाना तीन रोजा उर्स ए बशीरी व मंजूरी का आगाज़ 9 दिसंबर को जुलूस ए परचम कुशाई से होगा।सालाना तीन रोजा उर्स ए बशीरी व मंजूरी की सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं और दरगाह कमेटी ने तीन रोजा उर्स के सभी कार्यक्रम जारी कर दिए हैं।
9 दिसंबर को बाद नमाज असर दरगाह शरीफ मंजूरी चौक से जुलूस ए परचम कुशाई निकलेगा जो मंजूरी चौक से चलकर ताज मस्जिद होली चौराहा पंजाबी कालौनी नैनीताल रोड माथुर रोड मोती मस्जिद शेरनगर कब्रिस्तान रोड बशीरी मस्जिद होता हुआ दरगाह शरीफ पर आकर समाप्त हो जायेगा जिसके बाद परचम कुशाई की रस्म अदा की जाएगी। बाद नमाज इशा एक तरहई नातिया मुशायरा आयोजित किया जाएगा जिसमे जिस राह चल गए हैं कूचे बसा दिये हैं मिस्रे पर नातिया मुशायरा होगा।
नगर के मोहल्ला शेखुपुर के जामिया गौसिया बशीरी उलूम में होने वाले तीन रोज़ा उर्स के दूसरे दिन 10 बाद नमाज जोहर खत्म खव्बाजगान शरीफ होगा। बाद नमाज असर पहला कुल शरीफ होगा। बाद नमाज इशा जलसा ए दस्तार बन्दी का कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा जिसमें देश के नामवर उलेमा ए इकराम शिरकत कर जलसे को खिताब करेंगे। बाद में जामिया गौसिया बशीरूल उलूम का सालाना दीक्षांत समारोह होगा जिसमें मदरसे से फारिग होने वाले लोगों की दस्तार बन्दी होगी।
जलसे के दौरान इस साल मदरसा जामिया गौसिया बशीरूल उलूम का 50 साला जश्न मनाया जाएगा जिसमें दरगाह सज्जादानशीन सय्यद फैजी मियां 5 अजीम शख्सियत के नाम के अवार्ड 5 उलेमा ए इकराम को देंगे। 11 दिसंबर को उर्स के तीसरे दिन बाद नमाज फज्र कुरान ख्वानी होगी। इसके बाद में नात व मनकबत उलेमा ए इकराम की तकरीर होगी।
सुबह 10 बजे हज़रत अल्लामा मौलाना सय्यद शाहिद अली मियां रहमतुल्लाह अलैह का कुल शरीफ होगा। दोपहर 12 बजे उर्स ए बशीरी व मंजूरी का आखिरी कुल शरीफ होगा जिसके बाद जायरीन के लिए आम लंगर चलेगा। उर्स ए बशीरी व मंजूरी के तमाम कार्यक्रम सज्जादानशीन सय्यद फैजी मियां की निगरानी में होंगे। यह जानकारी मदरसे के सय्यद सिब्तैन मियां ने दी।