बरेली । फतेहगंज पश्चिमी के हरिलाला ग्राउंड में चल रहे चार दिवसीय 24 कुंडीय गायत्री महायज्ञ के तीसरे दिन टोली ने मंत्रोच्चार के साथ पूजन प्रक्रिया संपन्न करते हुए देवपूजन कर अग्नि प्रज्जवलित की गई। 24 बार गायत्री मंत्र, महामृत्युंजय मंत्र व सूर्य गायत्री मंत्र से आहुति यज्ञ भगवान को समर्पित की गई।
सैकड़ों महिला-पुरुष साधकों ने हर यज्ञवेदी पर 8-8 की संख्या में बैठकर भावपूर्ण पूजन किया और यज्ञ में आहुतियां दीं। नगर और ग्रामीण क्षेत्र से बड़ी तादाद में उमड़े श्रद्धालुओं को देखते हुए यज्ञविधि तीन पालियों में संपन्न कराई गई।शांतिकुंज हरिद्वार से आए वरिष्ठ परिब्राजक परमेश्वरी दयाल साहू ने मंच से परम पूज्य गुरुदेव पंडित श्रीराम शर्मा आचार्य का प्रतिनिधित्व करते हुए समझाया कि भगवान को पूजा सामग्री, कर्मकांड आदि से प्रसन्न नहीं किया जा सकता है। भगवान तो भाव के भूखे हैं। उन्हें तो भावनाओं से ही अपना बनाया जा सकता है। उन्होंने अपने सारगर्भित प्रवचन में यज्ञ भगवान की महिमा का बखान करते हुए संस्कारवान बनने और माता-पिता, गुरुजनों, अतिथियों का सम्मान करने की प्रेरणा भी दी।
इसके अतिरिक्त आज यज्ञस्थल पर दीक्षा, विद्यारंभ, पुंसवन, मुंडन जैसे संस्कार भी देव मंच की ओर से शांतिकुंज हरिद्वार की टोली द्वारा कराए गए।उसके बाद विवाह संस्कार में सौरभ संग पायल एवं देवेन्द्र के साथ प्रांशी की शादी सम्पन्न हुई।उसके बाद भंडारे का आयोजन किया गया।
मंच पर आई टोली का स्थानीय गायत्री परिवार के कार्यकर्ता धीरेंद्र सिंह, जगदीश शर्मा, सौरव पाठक, रमन जायसवाल ने तिलक करके अभिवादन किया। यज्ञ के आयोजन में लीलाधर शर्मा, प्रमोद शर्मा, सरस्वती गंगवार, डॉक्टर दीप माला शर्मा, सरोज गंगवार, गीता तोमर, जगदीश गंगवार, डॉक्टर नंदकिशोर, प्रमोद शर्मा, रामस्वरूप, अजय सक्सेना, गणेश पथिक, खेमपाल गंगवार, संजीव शर्मा, कुलवीर सिंह सहित बड़ी संख्या में कार्यकर्ताओं ने यज्ञ की व्यवस्था में सहयोग किया।