कमलेश शर्मा ,
शाहजहांपुर में एंटी करप्शन टीम ने 5 हजार की रिश्वत लेते हुए लेखपाल को रंगे हाथों गिरफ्तार किया है | लेखपाल वारिसान प्रमाण पत्र की रिपोर्ट के बदले किसान से पांच हजार रुपये की रिश्वत मांगी कर रहा था। वारिसान के लिऐ पीड़ित किसान को दो साल से परेशान कर रहा था पीड़ित ने एंटी करप्शन टीम से लेखपाल की शिकायत की। आज एंटी करप्शन ने जाल बिछाकर किसान को रिश्वत के पांच हजार रुपये लेखपाल को देने के लिए कहा, जैसे ही किसान ने लेखपाल को रिश्वत के रुपये दिए, तभी टीम ने आरोपी लेखपाल को दबोच लिया। आरोपी लेखपाल को कोतवाली लाकर आगे की कार्रवाई शुरू कर दी गई है। फिलहाल रिपोर्ट लिखने के बाद लेखपाल को जेल भेजे जाने की तैयारी हो रही थी ।
मामला सदर तहसील के गांव दिलावर देवकली के रहने वाले किसान सुखपाल ने वारिसान प्रमाण पत्र बनाने के लिए ऑनलाइन आवेदन किया था। जिसके बाद लेखपाल उत्कर्ष वर्मा ने किसान से रिपोर्ट लगाने के लिए संपर्क किया। आरोप है कि, रिपोर्ट लगाने के बदले लेखपाल ने पांच हजार रुपये की रिश्वत मांगी थी। जिसको लेकर पहले तो किसान ने रुपये देने से इंकार कर दिया। हालांकि लेखपाल ने भी 15 दिन तक रिपोर्ट नहीं लगाई। इसके बाद परेशान होकर किसान ने इंटरनेट के माध्यम से एंटी करप्शन टीम से बात कर शिकायत की। तब टीम के कहने पर फिर से किसान ने लेखपाल से संपर्क कर रुपये देने के लिए मान गया।
आज बरेली से एंटी करप्शन की टीम शाहजहांपुर पहुंचकर किसान सुखपाल से संपर्क किया। एंटी करप्शन की तहसील सदर से कुछ दूर पर खड़ी हो गई। सुखपाल पांच हजार रुपये लेखपाल को देकर जैसे ही वहां से निकला, तभी एंटी करप्शन ने टीम ने रिश्वत के रुपये के साथ आरोपी लेखपाल उत्कर्ष वर्मा को दबोच लिया। पूछताछ करते हुए टीम आरोपी लेखपाल को कोतवाली लेकर आ गई। जहां पर उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज कर आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है।
