छपरा : शराबबंदी वाले बिहार अब तक जहरीली शराब पीने से 39 लोगों की मौत हो चुकी है। घटना से शासन प्रशासन में हड़कंप मचा हुआ है। कई लोग अस्पताल में भर्ती है जहां जहरीली शराब के शिकार हुई लोगों का इलाज चल रहा है। घटना से बिहार राजनीति में भूचाल आया हुआ है। नीतीश सरकार विपक्षियों निशाने पर है। बिहार के सारण जिले के इसुआपुर थाना क्षेत्र के गांव डोयला गांव में बीते दिन जहरीली शराब पीने से कई लोगों की मौत हुई थी।
ग्रामीणों के अनुसार शराब पीने के बाद से कई लोगों तबियत बिगड़नी शुरू हुई तो कुछ लोगों को उल्टियां आने के साथ आंखो से देखना बंद हो गया। कई अस्पताल पहुंचने से पहले दुनिया को छोड़ कर चले गए। कुछ लोगों से मिलने से कई की जिंदगियां बच गई। पुलिस प्रशासन ने मृतकों के शवों को कब्जे में लेकर शवों पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। जिला प्रशासन ने घर घर जाकर प्रभावित लोगों की तलाश शुरू कर दी ताकि पीड़ितों को इलाज मिल सके।
वही सीएम नितीश कुमार के विवादित बयान से विपक्षियों को और आक्रामक होने का मौका दे दिया। नीतीश ने मीडिया से बातचीत में कहा कि सीएम नितीश ने छपरा शराबकांड के लिए लोगों को जिम्मेदार बताया है। उन्होंने कहा की जो शराब पीयेगा तो वह मरेगा ही ,उन्होंने यह भी कहा कि शराबबंदी कानून से लोगों को फायदा हुआ है। कुछ लोगों ने शराब पीना भी बंद कर दिया है।
