बरेली। केंद्र सरकार की आर्थिक नीतियों और निजीकरण के विरोध में आगामी 9 जुलाई को प्रस्तावित देशव्यापी हड़ताल के समर्थन में आज बरेली में ज़ोरदार प्रदर्शन किया गया। यह प्रदर्शन पंजाब एंड सिंध बैंक के आंचलिक कार्यालय (निकट सुरेश शर्मा नगर) पर बरेली ट्रेड यूनियंस फेडरेशन के आह्वान पर आयोजित हुआ।
फेडरेशन के अध्यक्ष मुकेश सक्सेना की अध्यक्षता में हुए इस प्रदर्शन में कई ट्रेड यूनियन प्रतिनिधियों और कर्मचारियों ने हिस्सा लिया। प्रदर्शनकारियों ने सरकार की नीतियों के खिलाफ गगनभेदी नारे लगाए और मांग की कि सरकारी उपक्रमों का निजीकरण रोका जाए, पुरानी पेंशन योजना बहाल की जाए, न्यूनतम वेतन ₹26,000 किया जाए, ठेका और संविदा प्रथा समाप्त की जाए और सभी विभागों में स्थायी नियुक्तियां शुरू हों। साथ ही, नई चार लेबर कोड्स को वापस लेने की मांग भी उठाई गई।
महामंत्री संजीव मेहरोत्रा ने अपने संबोधन में कहा कि देश के 25 करोड़ श्रमिक 9 जुलाई को हड़ताल में भाग लेकर सरकार की जनविरोधी नीतियों का विरोध करेंगे। उन्होंने बैंक, बीमा, रेल और बिजली जैसे क्षेत्रों के निजीकरण और स्कूलों के मर्जर के फैसले को भी तत्काल वापस लेने की मांग की।
यूपी बीईईयू के उपाध्यक्ष रमीज अली ने बैंकों में पर्याप्त भर्तियों और ग्राहकों पर लगाए जा रहे अतिरिक्त शुल्क समाप्त करने की बात कही। वहीं बीमा कर्मचारी संघ के अध्यक्ष अरविंद देव सेवक ने बीमा क्षेत्रों में 100% एफडीआई का कड़ा विरोध किया।
उपमहामंत्री ललित चौधरी ने कहा कि महंगाई और बेरोजगारी के मुद्दों पर सरकार पूरी तरह विफल रही है। प्रदर्शन के दौरान विभिन्न ट्रेड यूनियनों के सदस्य लगातार नारेबाजी करते रहे और 9 जुलाई की हड़ताल को सफल बनाने का संकल्प लिया।
आज के प्रदर्शन को डॉ. अंचल अहरी, जितेंद्र मिश्रा, डॉ. मुनीश कुमार गंगवार, शैलेन्द्र कश्यप, के.पी. सिंह, पवन कुमार, कैलाश, अमित कुमार, प्रवीण राठौर, सतीश शर्मा, अशोक कुमार, चरण सिंह यादव, मोहम्मद फैसल, आमिर खां और अरुण कुमार सहित अन्य नेताओं ने संबोधित किया।
