फरीदपुर (बरेली)।
शिवचरण कश्यप ने प्रशासन पर दलित विरोधी मानसिकता का आरोप लगाते हुए कहा, “यह केवल बाबा साहब की प्रतिमा नहीं, संविधान और लोकतंत्र के सम्मान का सवाल है। अगर प्रशासन ने तत्काल प्रतिमा स्थापना की अनुमति नहीं दी तो समाजवादी पार्टी सड़कों पर उतरकर आंदोलन करेगी।”
पूर्व विधायक विजय पाल सिंह ने कहा कि सरकार बाबा साहब और संविधान से डरती है, इसलिए पार्क में प्रतिमा नहीं लगाने दे रही। “यह हमारे आत्म-सम्मान और चेतना का प्रतीक है। इसे रोका जाना लोकतंत्र और संवैधानिक अधिकारों का उल्लंघन है,” उन्होंने कहा।
पार्टी के जिला उपाध्यक्ष रविंद्र यादव ने इसे “सामाजिक न्याय पर सीधा हमला” बताया और कहा कि समाजवादी पार्टी पूरे बहुजन समाज के साथ खड़ी है। “अगर प्रशासन ने अनुमति नहीं दी तो जिले भर में प्रदर्शन होंगे।
अंबेडकर वाहिनी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सुरेंद्र सोनकर ने कहा कि यह रोक सरकार की “बाबा साहब के विचारों से डरने की मानसिकता” को दर्शाती है। “यह करोड़ों अनुयायियों का अपमान है, और अगर आवश्यकता पड़ी तो राष्ट्रीय स्तर पर आंदोलन शुरू किया जाएगा।”
इस दौरान फरीदपुर विधानसभा अध्यक्ष बलराम यादव, श्रमिक सभा अध्यक्ष यशवीर यादव, नमीशरण यादव, संजीव कश्यप सहित कई कार्यकर्ता मौजूद रहे।
