बरेली। जिले में अराजक तत्वों ने संविधान निर्माता डॉ. भीमराव आंबेडकर की प्रतिमाओं को निशाना बनाकर माहौल को तनावपूर्ण बना दिया है। बीते बुधवार रात दो अलग-अलग जगहों पर बाबा साहब की मूर्तियों को क्षतिग्रस्त किए जाने की घटनाएं होने की बात सामने आई हैं, जिससे अम्बेडकरवादी संगठनों व राजनीतिक दलों में आक्रोश फैल गया है।
पहली घटना नवाबगंज क्षेत्र के गंगापुर गांव की है, जहां कुछ लोगों ने रात के अंधेरे में हथौड़े से बाबा साहब की प्रतिमा को तोड़ने का प्रयास किया। यह करतूत वहीं लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस सक्रिय हो गई और पांच आरोपियों को हिरासत में ले लिया गया। नवाबगंज में हालात को देखते हुए भारी पुलिस बल की तैनाती कर दी गई है। पुलिस अधिकारियों के साथ स्थानीय प्रशासन स्थिति पर नजर बनाए हुए है।
वहीं दूसरी घटना कोतवाली थाना क्षेत्र के अम्बेडकर पार्क की है, जहां प्रतिमा को नुकसान पहुंचाने की बात सामने आई थी। हालांकि पुलिस ने बयान जारी करके ऐसी घटना होने से इंकार किया है।
फिलहाल घटनाओं की जानकारी फैलते ही अम्बेडकरवादी संगठनों, सामाजिक कार्यकर्ताओं और राजनैतिक दलों ने तीखी प्रतिक्रिया दी। भीम आर्मी के नेता विकास बाबू ने कहा कि,
“यह केवल बाबा साहब पर हमला नहीं, बल्कि संविधान और दलित अस्मिता पर सीधा प्रहार है। दोषियों को सख्त सजा मिलनी चाहिए।”
वहीं अम्बेडकरवादी आंदोलन के सक्रिय नेता रणवीर सिंह ने कहा कि,
“इस तरह की घटनाएं सामाजिक ताने-बाने को तोड़ने की कोशिश हैं। प्रशासन को तत्काल कार्रवाई करनी चाहिए।”
सीओ गौरव सिंह ने बताया कि नवाबगंज की घटना में पुख्ता साक्ष्य के आधार पर पांच लोगों को हिरासत में लिया गया है, और कोतवाली क्षेत्र की घटना की जांच गहनता से की जा रही है।
पुलिस और प्रशासन ने दोनों घटनाओं को गंभीरता से लिया है और स्थिति को नियंत्रण में रखने के लिए एहतियाती कदम उठाए हैं। वहीं जिलेभर में अम्बेडकर वादी संगठनों ने चेतावनी दी है कि यदि दोषियों को जल्द गिरफ्तार कर कड़ी कार्रवाई नहीं हुई, तो आंदोलन तेज किया जाएगा।




