उत्तराखंड में लगातार हो रही मूसलधार बारिश से हालात बिगड़ने लगे हैं। पहाड़ी क्षेत्रों से लेकर मैदानों तक नदी-नालों में उफान है और बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं। जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। हालात की गंभीरता को देखते हुए नैनीताल, चम्पावत और पिथौरागढ़ जिलों में सोमवार को कक्षा 12 तक के सभी स्कूल और आंगनबाड़ी केंद्र बंद कर दिए गए हैं। मौसम विभाग ने कुमाऊं मंडल में ऑरेन्ज अलर्ट जारी किया है।
राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र देहरादून ने नैनीताल, बागेश्वर, चम्पावत, पौड़ी, देहरादून और ऊधमसिंह नगर के डीएम को पत्र भेजकर अलर्ट रहने के निर्देश दिए हैं। सोमवार और मंगलवार को कई जिलों में भारी से बहुत भारी बारिश की आशंका जताई गई है।
इधर ऊधमसिंह नगर के बाजपुर क्षेत्र में बाढ़ग्रस्त लेवड़ा नदी में रविवार को 11 वर्षीय बालक यश पुत्र जयपाल बह गया, जिससे उसकी मौत हो गई। नैनीताल जिले के भुजियाघाट में दो युवक अरुण और अभिजीत स्कूटी समेत रपटे में बह गए, जिन्हें स्थानीय लोगों और पुलिस ने सुरक्षित रेस्क्यू कर हल्द्वानी एसटीएच में भर्ती कराया है।
वहीं चमोली जिले में विष्णुप्रयाग बैराज से अलकनंदा नदी में 70 क्यूमैक्स अतिरिक्त पानी छोड़े जाने से निचले क्षेत्रों में जलस्तर बढ़ने का खतरा बना हुआ है। डीएम हरिद्वार ने लोगों से अपील की है कि गंगा तटों पर जाने से बचें और केवल निर्धारित स्थानों पर ही स्नान करें।
