बरेली।जिले में स्वास्थ्य सेवाओं को और बेहतर बनाने के उद्देश्य से जिलाधिकारी अविनाश सिंह की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार में जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक आयोजित की गई। बैठक में स्वास्थ्य विभाग की विभिन्न योजनाओं, सेवाओं और उनकी प्रगति की गहन समीक्षा करते हुए अधिकारियों को स्पष्ट दिशा-निर्देश दिए गए।
जिलाधिकारी ने आशा कार्यकर्ताओं के मानदेय और प्रोत्साहन राशि के भुगतान में हो रही देरी पर गंभीर नाराजगी जताई। उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि आशाओं का भुगतान हर हाल में समयबद्ध किया जाए, ताकि जमीनी स्तर पर स्वास्थ्य सेवाएं प्रभावित न हों। साथ ही नगर क्षेत्र की आशा कार्यकर्ताओं को सरकारी अस्पतालों में प्रसव के लिए लोगों को जागरूक करने और प्रोत्साहित करने के निर्देश भी दिए गए।

बैठक में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर डॉक्टरों की उपस्थिति को लेकर भी सख्त रुख अपनाया गया। जिलाधिकारी ने सभी सीएचओ को निर्देश दिए कि डॉक्टरों की शत-प्रतिशत उपस्थिति सुनिश्चित कराई जाए। प्रत्येक सीएचसी में उपस्थिति रजिस्टर बनाए जाने, नियमित औचक निरीक्षण कराने और चिकित्सकों की सुबह 9 बजे से शाम 4 बजे तक अनिवार्य मौजूदगी सुनिश्चित करने के आदेश दिए गए।
आयुष्मान भारत योजना की समीक्षा के दौरान जिलाधिकारी ने कहा कि ग्रामीण इलाकों में आयुष्मान कार्ड निर्माण की गति अभी संतोषजनक नहीं है। उन्होंने मुख्य चिकित्सा अधिकारी को निर्देश दिए कि अधिक से अधिक पात्र लाभार्थियों के आयुष्मान कार्ड बनाए जाएं और इसके लिए व्यापक जागरूकता अभियान चलाया जाए।
डीएम ने चिकित्सकों से कहा कि कार्य के दौरान यदि किसी प्रकार की समस्या या कठिनाई आती है तो वे सीधे मुख्य चिकित्सा अधिकारी से संपर्क करें। उन्होंने स्पष्ट किया कि स्वास्थ्य सेवाओं में किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
ई-कवच पोर्टल की समीक्षा में जिलाधिकारी ने डाटा फीडिंग की स्थिति को असंतोषजनक बताया और निर्देश दिए कि आशा कार्यकर्ताओं के साथ नियमित बैठक कर पोर्टल पर समय से डाटा अपलोड कराया जाए। वहीं आभा आईडी निर्माण की प्रगति में गंगापुर और पुराना शहर क्षेत्र के पिछड़ने पर संबंधित चिकित्सकों को शीघ्र सुधार के निर्देश दिए गए।
बैठक में मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. विश्राम सिंह सहित जिले के सभी सामुदायिक और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों के चिकित्सक एवं संबंधित विभागीय अधिकारी मौजूद रहे।



