अवधेश कुमार
बरेली। मझगवां विकासखंड के बीएलओ की कार्यभार और मानसिक तनाव के चलते एक बुजुर्ग शिक्षक की हार्ट अटैक से मृत्यु हो गई थी। इस घटना से शिक्षा जगत में शोक और आक्रोश का माहौल है। मामले को गंभीरता से लेते हुए उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ ने जिलाधिकारी बरेली को ज्ञापन सौंपकर पीड़ित परिवार को तत्काल मुआवजा और सहायता दिए जाने की मांग की है।
बिशारतगंज क्षेत्र के मझगवां स्थित प्राथमिक विद्यालय में तैनात 61 वर्षीय शिक्षक विनोद कुमार शर्मा प्रधानाध्यापक के पद पर कार्यरत थे। विभागीय जिम्मेदारियों के साथ-साथ वे बीएलओ ड्यूटी भी निभा रहे थे। शिक्षक संघ और परिजनों के अनुसार, उम्र के इस पड़ाव पर उन पर मोबाइल और ऑनलाइन माध्यम से लगातार कार्य करने का भारी दबाव था।
बीएलओ ड्यूटी से जुड़ा कार्यभार और मानसिक तनाव लगातार बढ़ता जा रहा था। इसी के चलते 14 दिसंबर 2025 की रात उन्हें अचानक दिल का दौरा पड़ा, जिससे उनका आकस्मिक निधन हो गया।
घटना के बाद उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ ने गहरा शोक व्यक्त करते हुए इसे विभागीय व्यवस्था की बड़ी चूक बताया। संघ के जिलाध्यक्ष शिव स्वरूप शर्मा और जिला मंत्री रोहित सिंह ने कहा कि बुजुर्ग शिक्षकों पर तकनीकी और प्रशासनिक कार्यों का अत्यधिक दबाव उनके स्वास्थ्य के लिए घातक बनता जा रहा है। उन्होंने कहा कि यदि समय रहते इस पर नियंत्रण नहीं किया गया तो ऐसी घटनाएं दोहराई जा सकती हैं।
शिक्षक संघ के प्रतिनिधिमंडल ने जिलाधिकारी को सौंपे ज्ञापन में मांग की कि मृतक शिक्षक के परिवार को मानवीय आधार पर उचित आर्थिक मुआवजा दिया जाए। इसके साथ ही परिवार के योग्य सदस्य को सरकारी नियमों के अनुसार सहायता और संरक्षण प्रदान किया जाए, ताकि परिवार को भविष्य में किसी प्रकार की कठिनाई का सामना न करना पड़े।
इस अवसर पर बनवारी लाल राठौर अध्यक्ष मझगवां, जयनेन्द्र भारद्वाज वरिष्ठ उपाध्यक्ष, मोहित शंखधार, अभिनव उपाध्याय, चंद्रशेखर मिश्रा, आलोक कुमार, अभिषेक शर्मा, अजय शर्मा, अक्षय कुमार, रवि शंकर रस्तोगी और अमित सिंह सहित बड़ी संख्या में शिक्षक पदाधिकारी मौजूद रहे।



