बरेली। 26 सितंबर को जुमे की नमाज के बाद बरेली में हुए वबाल के बाद सियासी मंच के प्रमुख वसीम मियां
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वसीम मियां ने कहा कि मुस्लिम युवाओं को अब शिक्षा की ओर गंभीरता से ध्यान देना होगा। उन्होंने कहा, “शिक्षा ही वह मरहम है जो आपके जख्मों को भर सकती है। हर तीन महीने में मुसलमानों के लिए एक नया नरेटिव खड़ा कर दिया जाता है, और हम उसी में उलझ जाते हैं। अब समय है जागरूक होने का, मौज-मस्ती का नहीं।”
उन्होंने आगे कहा कि मुसलमानों को सियासी तौर पर मजबूत होना होगा, क्योंकि जब मुश्किल वक्त आता है तो कोई राजनीतिक दल उनके साथ खड़ा नहीं दिखता। उन्होंने कहा कि “सिर्फ ज्ञापन देने से मां-बहनों का दर्द कम नहीं होगा। हमें काबिल बनना पड़ेगा। अगर हमारे लोग प्रशासन, न्यायपालिका और अन्य संस्थानों में होते, तो हमारी बात सुनी जाती।”
वसीम मियां ने मुस्लिम समुदाय से अपील की कि वे शिक्षा को हथियार बनाएं और खुद को हर स्तर पर सक्षम करें, ताकि आने वाले समय में किसी के साथ अन्याय न हो सके।
