बरेली के फतेहगंज पश्चिमी में मदरसा में ताला डालने को लेकर एक ही समुदाय के दो पक्षों के बीच झगड़ा हो गया।सूचना पर पहुंची पुलिस ने दोनो पक्षों को समझाने का प्रयास किया।लेकिन मामला नहीं बनने पर प्रधान के बेटे समेत दो लोगों को हिरासत में लिया है।
जानकारी के मुताबिक इमाम को लेकर पिछले काफी समय से बस्ती के दो पक्षों में झगड़ा फसाद चल रहा है।सद्दाम ने बताया प्रधान पक्ष ने वोट की राजनीति के चलते दो इमाम को मस्जिद से निकाल दिया।
पिछले समय करीब 6 माह पहले जिस इमाम को निकाला उसे प्रधान पक्ष ही लाया था। कुछ दिन बाद जब उन्होंने पक्षपात नहीं किया।तब प्रधान ने उनका विरोध करते हुए उन्हें निकालने का प्रयास किया।दूसरे पक्ष उन्हें मस्जिद में रखने पर अड़ गया। विवाद ने उछाल आने से मामला कस्बा फतेहगंज पश्चिमी में पहुंच गया।
जामा मस्जिद के इमाम ने गांव पहुंचकर जिन इमाम का प्रधान पक्ष विरोध कर रहा था।उन्हें मदरसा में बच्चे पढ़ाने को रखवा दिया।वह मदरसा में रहकर ही बच्चों को पढ़ाने लगे।
नए इमाम को मस्जिद में नवाज पढ़ाने की जिम्मेदारी दे दी।उस समय तो प्रधान पक्ष मान गया।लेकिन मदरसे वाले इमाम को मदरसा से भी निकालने की जुगत में लग गया।बताया 15 अगस्त शुक्रवार को सुबह इमाम जब कुछ समय के लिए बाहर गए।तभी प्रधान पक्ष ने मदरसा में तालाबंदी कर दी।
बाहर से लौटे इमाम ध्वज फहराने को लेकर जब बच्चों के साथ पहुंचे तो मदरसा में ताला देखकर भौचक रह गए।उन्होंने गेट पर बाहर से ही ध्वज फहरा दिया।लेकिन दूसरे पक्ष में रोष व्याप्त हो गया।बार बार कहने के बाबजूद जब मदरसा का ताला नहीं खुला तब सद्दाम ने यूपी 112 और थाना पुलिस को सूचना कर दी।मौके पर पहुंची पुलिस ने पूरे मामले को देखने के बाद प्रधान के बेटे समेत दो लोगों को गाड़ी में बैठा लिया।फिलहाल मामला निपटा नहीं है।
थाना प्रभारी निरीक्षक ने बताया इमाम और मदरसा में ताला डालने को लेकर एक ही समुदाय के दो पक्षों में विवाद हो गया था।सूचना पर वह खुद पहुंचे थे।दोनो पक्षों से एक एक व्यक्ति को थाना ले आए है।धार्मिक मामला में पुलिस का कोई हस्तक्षेप नहीं है।लेकिन शांति व्यवस्था बनाने के लिए कार्यवाही की जाएगी।




