देहरादून ।उत्तराखंड में जारी भारी बारिश ने पहाड़ों से लेकर मैदानी इलाकों तक तबाही मचाई है। बीते 24 घंटे में बारिश से जुड़ी विभिन्न घटनाओं में चार लोगों की मौत हो गई, जबकि कई स्थानों पर सामान्य जनजीवन पूरी तरह से ठहर गया है। प्रदेश के कई हिस्सों में नदियां और नाले उफान पर हैं, वहीं 110 से अधिक सड़क मार्ग बाधित हो गए हैं।
मौसम विभाग ने देहरादून, हरिद्वार, नैनीताल, ऊधमसिंहनगर, चम्पावत और पिथौरागढ़ जिलों में रेड और ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। एहतियातन इन छह जिलों में मंगलवार को कक्षा 12 तक के सभी स्कूल और आंगनबाड़ी केंद्र बंद कर दिए गए हैं।
कोटद्वार में भूस्खलन की चपेट में आए एक वाहन पर चट्टान गिरने से दो लोगों की मौके पर मौत हो गई, जबकि चार घायल हुए। हल्द्वानी में भाखड़ा नाले में बहने से एक युवक की जान चली गई। टिहरी में मैक्स वाहन खाई में गिरने से चालक की मौत हो गई। रुद्रप्रयाग में बोल्डर गिरने से दो दुकानें मलबे में दब गईं। देहरादून के प्रेमनगर क्षेत्र में टोंस नदी के बीच फंसे तीन लोगों को एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमों ने सफलतापूर्वक रेस्क्यू किया।
इधर, गंगा, यमुना और उनकी सहायक नदियों समेत कई नदियां खतरे के निशान के करीब बह रही हैं। काली नदी का जलस्तर चेतावनी स्तर को पार कर 889.40 मीटर तक पहुंच गया है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सभी जिलाधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि वे अपनी टीमों के साथ फील्ड में मौजूद रहें और सभी राहत कार्यों को प्राथमिकता पर पूरा करें।
