चार की हालत गंभीर, कार्य फिलहाल रोका गया
देहरादून। उत्तराखंड के चमोली जिले के ज्योतिर्मठ क्षेत्र में हेलंग के पास शनिवार सुबह बड़ा हादसा हो गया। निर्माणाधीन विष्णुगाड़ पीपलकोटी जल विद्युत परियोजना की डेम साइट पर भूस्खलन से पहाड़ का बड़ा हिस्सा दरक गया, जिससे 12 श्रमिक घायल हो गए। इनमें से चार की हालत गंभीर बताई जा रही है।
जिलाधिकारी संदीप तिवारी ने बताया कि घटना के समय लगभग 300 श्रमिक परियोजना स्थल पर काम कर रहे थे। अचानक भूस्खलन शुरू होने पर पहाड़ से भारी पत्थर गिरने लगे, जिससे अफरातफरी मच गई। श्रमिकों ने जान बचाने के लिए इधर-उधर दौड़ लगाई, लेकिन 12 लोग चपेट में आ गए।
घायलों में आठ को मामूली चोटें आई हैं, जबकि चार को गंभीर हालत में इलाज के लिए पीपलकोटी के विवेकानंद अस्पताल में भर्ती कराया गया है। एक श्रमिक को पैर में गंभीर चोट लगी है, वहीं एक अन्य को रीढ़ की जांच के लिए श्रीनगर रेफर किया गया है। एमआरआई के बाद उसकी स्थिति स्पष्ट होगी।
प्रशासन ने तत्काल राहत कार्य शुरू कर दिया और सुरक्षा को देखते हुए परियोजना कार्य को अस्थायी रूप से रोक दिया गया है। टीएचडीसी को निर्देश दिए गए हैं कि सुरक्षा के पर्याप्त उपायों के बाद ही काम पुनः शुरू किया जाए।
केदारनाथ यात्रा बहाल, श्रद्धालुओं को चलना होगा 22 किमी अतिरिक्त
मुख्य मार्ग आंशिक रूप से खुला, आवाजाही पैदल ही संभव
देहरादून। सोनप्रयाग से गौरीकुंड के बीच भूस्खलन के चलते कई दिनों से रुकी केदारनाथ धाम यात्रा शनिवार को आंशिक रूप से फिर शुरू कर दी गई है। एसपी रुद्रप्रयाग सर्वेश सिंह पंवार ने बताया कि मुख्य सड़क मार्ग अब पैदल चलने लायक हो गया है।
हालांकि अभी वाहनों की आवाजाही बहाल नहीं हो पाई है, ऐसे में श्रद्धालुओं को गौरीकुंड से केदारनाथ तक करीब 22 किलोमीटर अतिरिक्त पैदल यात्रा करनी होगी। प्रशासन लगातार मार्ग को सुचारू बनाने में जुटा हुआ है।
