पीलीभीत:
अमरिया थाना क्षेत्र के ग्राम पिंजरा बमनपुरी निवासी मनोज कुमार भारती पुत्र ब्रजमोहन भारती लोगों से ठगी करता है। वह जाली दस्तावेजों पर विदेश भेजने और विदेश में अच्छी नौकरी दिलाने के नाम पर युवाओं से मोटी रकम ऐंठ लेता है। उसके खिलफ पिछले साल एफआईआर दर्ज की गई थी, लेकिन वह पुलिस के हत्थे नहीं चढ़ा। आरोपी पर 50 हजार का इनाम घोषित किया गया। उसकी गिरफ्तारी के लिए अमरिया इंस्पेक्टर की अगुवाई में एक विशेष पुलिस टीम का गठन किया गया था। एसटीएफ फील्ड यूनिट टीम बरेली को भी शामिल किया गया। इसके बाद पुलिस ने सुरागरसी की।
पुलिस को सुरागरसी दौरान आरोपी के दिल्ली में छिपे होने की जानकारी मिली। अमरिया थाने के दरोगा राजकुमार मलिक, एसटीएफ फील्ड यूनिट बरेली के दरोगा धूम सिंह, हेड कांस्टेबल हरिओम, सुमित कुमार, अरुण कुमार कांस्टेबल जयंत यादव रविवार को दिल्ली के बिंदापुर थाने गई। वहां मिली सूचना के आधार पर उत्तमनगर दिल्ली के पंखा रोड स्थित होटल त्वमेव में दबिश दी और होटल के रिसेप्शन से आरोपी को पकड़ लिया। आरोपी वहां मुकेश नाम से रुका हुआ था। मगर पुलिस के पूछताछ करने पर उसने कुछ ही देर में अपनी असली पहचान स्वीकार ली।
पूछताछ के दौरान उसने यह भी बताया कि पुलिस से बचने के लिए वह पहचान बदलकर लखनऊ, दिल्ली समेत कई अलग-अलग स्थानों पर रुकता था। पुलिस टीम आरोपी को लेकर पीलीभीत पहुंची। इसके बाद अमरिया थाने में लिखा पढ़ी की गई। अपर पुलिस अधीक्षक विक्रम दहिया ने सोमवार को प्रेसवार्ता के दौरान पूरे मामले का खुलासा किया, जिसके बाद आरोपी को जेल भेज दिया है। आरोपी पर अमरिया थाने में दो, घुंघचिहाई और माधोटांडा थाने में एक-एक मुकदमा दर्ज है।
पीलीभीत के एएसपी विक्रम दहिया ने बताया कि ठगी और कबूतरबाजी करने वाले गिरोह के विरुद्ध अभियान चलाया जा रहा है। इसी के तहत दिल्ली के एक होटल से 50 हजार का इनामी आरोपी गिरफ्तार किया गया है। वहां वह नाम बदलकर छिपा हुआ था। गैंग के अन्य सदस्यों की तलाश की जा रही है।
