बरेली।भारतीय जनता पार्टी बरेली द्वारा रोहिलखंड डेंटल कॉलेज सभागार में आपातकाल की 50वीं बरसी पर संगोष्ठी और लोकतंत्र रक्षक सेनानियों के सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। मुख्य अतिथि उत्तर प्रदेश सरकार के वित्त मंत्री सुरेश खन्ना रहे। इस अवसर पर उन्होंने “एक पेड़ मां के नाम” अभियान के तहत मौलश्री का पौधा रोपा और आपातकाल पर लगी प्रदर्शनी का अवलोकन किया।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सुरेश खन्ना ने कहा कि 25 जून 1975 को तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने सत्ता बचाने के लिए देश पर आपातकाल थोपा। यह निर्णय न तो किसी युद्ध और न ही विद्रोह के कारण था, बल्कि सत्ता खोने के डर से संविधान का दुरुपयोग कर लोकतंत्र की हत्या की गई। उन्होंने कहा कि आज देश तेज़ी से प्रगति कर रहा है, जबकि कांग्रेस आज भी उसी तानाशाही सोच के साथ चल रही है।
लोकतंत्र सेनानी वीरेंद्र अटल और राजेन्द्र बहादुर चौधरी ने भी आपातकाल के काले दौर को याद करते हुए कांग्रेस पर लोकतंत्र की आत्मा को कुचलने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि प्रेस, न्यायपालिका और नागरिकों के अधिकारों को बंधक बना दिया गया था।
इस अवसर पर 50 लोकतंत्र सेनानियों को शॉल, माला और प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में वन मंत्री डॉ. अरुण सक्सेना, सांसद छत्रपाल सिंह गंगवार, महापौर उमेश गौतम, जिलाध्यक्ष सोमपाल शर्मा समेत अनेक जनप्रतिनिधि और भाजपा पदाधिकारी मौजूद रहे।
