बरेली।
मौलाना शहाबुद्दीन ने सवाल उठाया कि हाल ही में जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले में दो दर्जन से अधिक निर्दोष भारतीयों की हत्या के बाद आखिर दलजीत को एक पाकिस्तानी कलाकार के साथ फिल्म बनाने की क्या जरूरत थी? उन्होंने कहा कि इस फैसले से भारतवासियों को गहरी ठेस पहुंची है और यह स्पष्ट करता है कि दलजीत की सोच राष्ट्रहित से परे है।
उन्होंने दलजीत दोसांझ पर तीखा हमला करते हुए पूछा, “क्या भारत में कोई योग्य अभिनेत्री नहीं थी? क्या उन्होंने भारत की प्रतिभाओं को खोजने की कोशिश की भी?” उन्होंने यह भी कहा कि हानिया आमिर जैसे कलाकारों को मंच देना, कहीं न कहीं आतंक समर्थक मुल्क को सांस्कृतिक सहमति देने जैसा है।
मौलाना ने केंद्र सरकार से सरदार जी 3 फिल्म पर तत्काल प्रतिबंध लगाने की मांग की और दलजीत दोसांझ के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई करते हुए गिरफ्तारी की भी अपील की।
इसके साथ ही उन्होंने आम जनता से भी अपील की कि इस फिल्म का बहिष्कार करें और भारत की अस्मिता के साथ खड़े हों। उन्होंने कहा कि भारत ने ऑपरेशन सिंदूर जैसे अभियानों के जरिए पाकिस्तान को करारा जवाब दिया है और ऐसे में सांस्कृतिक संबंध बनाना देश की शहादत का अपमान है।
