15 फरवरी से शुरू होगा ईट भट्टों पर फुकाई का काम

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जिला ईंट निर्माता समिति की बैठक में एक राय होकर लिए  अहम फैसले
  शीशगढ़।आगामी सीजन में ईंट भट्टों पर कच्ची ईंट बनाने का कार्य 15जनवरी से एवं फुकाई का कार्य 15 फरवरी से  शुरू होगा। एक जून को फुकाई का कार्य बंद कर दिया जाएगा ।मदार  ब्रिक स्टोर  डूडा शुमाली कताई मिल रोड बहेड़ी में जिला ईंट निर्माता समिति की एक बैठक में सर्वसम्मति से यह फैसला लिया गया।उल्लंघन करने बालों पर यूनियन द्वारा सख्त कार्यवाही किए जाने का प्रस्ताव भी पास किया गया।
ईंट निर्माता समिति के जिलाध्यक्ष डाक्टर हाजी आफताब अहमद ने  बैठक को संबोधित करते हुए कहा है कि वर्तमान समय में ईंट  भट्टे  संकट के दौर से गुजर रहे है। भट्टा स्वामी ही इसके लिए जिम्मेदार है। वह स्वयं ही अपना नुकसान करने में लगे  है।यदि समय रहते तरीके से काम नहीं किया गया और यूनियन का साथ नहीं दिया  तो  बड़ा नुकसान होने से कोई नहीं बचा सकता।उन्होंने कहा कि कच्ची ईंट बनाने का जो समय तय किया गया है उसी के हिसाब से ही सभी ईंट भट्ठा मालिक लेबर को काम के लिए बुलाएं ।उन्होंने सभी भट्टा स्वामियों से अपील की कि  वह  ईंटों की विक्री नंबर एक में ही करें तथा जी एस टी की अदायगी समय से करें।बैठक में उधम सिंह नगर उत्तराखंड के जिला अध्यक्ष जगदीश ,रामपुर के जिलाध्यक्ष जाकिर भाई,पीलीभीत से अफरोज,मुश्ताक अंसारी,आंवला से मुन्ने अंसारी,शकील अहमद, कोषाध्यक्ष गिरीश कुमार,कार्यालय सचिव  युनुस एडवोकेट, हाजी अब्दुल सलाम शास्त्री,जावेद शास्त्री ,इंतिखाब आलम, मुकीमुर रहमान, रियाजुर रहमान वफ़ा उर रहमान,
अजीम,अजीजुर रहमान सदर साहब,मुजीबुर रहमान, बब्लू, मुस्तजाब अहमद ,एजाज अहमद, करसौला के प्रधान शैताब खान, जलीस  अहमद,बाबू भाई दुनका आदि लोगों ने बैठक में भाग लिया अंत में मदार ब्रिक स्टोर के स्वामी  तौसीफुर रहमान, इमरानुल हक,  हाजी शफीक अहमद, जहीर रियाज ने बैठक में शामिल होने वाले सभी मेहमानों का आभार व्यक्त किया। आगामी बैठक 30अप्रैल को वफ़ा उर रहमान के भट्टे पर आयोजित होगी।  जिसमें  फाइनल निर्णय लिया जाएगा।
यूनियन एक जुट हुई तो बढ़ जाएंगे ईंटों के दाम
जिला ईंट निर्माता समिति ने सभी भट्टा स्वामियों को एक जुट करने का जो कदम उठाया है।यदि सभी भट्टा स्वामी यूनियन के साथ एक जुट हुए और निर्धारित तिथि पर ही भट्टों में ईंट बनाने का काम शुरू किया तो उत्पादन कम हो जाएगा जब उत्पादन कम होगा तो ईंटों के दाम भी  बढ़ जाएंगे।ईंटों  का कम उत्पादन से  ही भट्टा उद्योग के संकट को दूर किया जा सकता है।
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Author: newsvoxindia

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