बरेली । बांग्लादेश में हो रहे हिन्दू अल्पसंख्यकों पर हमलों के मामले पर आईएमसी ने कलक्ट्रेट गेट पर प्रदर्शन कर बांग्लादेश के हिंदुओं की जान माल की सुरक्षा की मांग की है। आईएमसी नेताओं ने राष्ट्रपति को संबोधित एक ज्ञापन सिटी मजिस्ट्रेट राजीव शुक्ला को सौंप कर कहा कि भारत सरकार बांग्लादेश में हिंदुओ की सुरक्षा के लिए बांग्लादेश सरकार से सख्त बात करे। और यह भी कहा कि बांग्लादेश सरकार हिंदुओ पर हमले रोकने के लिए काम नहीं करती है तो भारत सरकार बंग्लादेश से सभी राजनयिक संबंधों पर रोक के साथ बांग्लादेश की मदद पर भी रोक लगा दे।
ज्ञापन आईएमसी के नेता नदीम खान ने पढ़ा।आईएमसी के नेताओं ने कहा कि इत्तेहाद-ए-मिल्लत कॉसिंल प्रमुख मौलाना तौकीर रजा खाँ केन्द्र सरकार से माँग कर चुके है कि उन्हे स्वंय व इत्तेहाद-ए-मिल्लत कॉसिल के रजाकारो के बांगलादेश भेजने की व्यवस्था करे जिससे वहां जाकर बहुसंख्यक समुदाय द्वारा किये जा रहे अल्पसंख्यक पर अत्याचारो का विरोध कर सके। इस मौके पर इत्तेहाद-ए-मिल्लत कॉसिंल उत्तर प्रदेश के जिला संभल में पुलिस प्रशासन द्वारा अल्पसंख्यको पर जो जुल्मो सितम ढाये गये है और ढाये जा रहे है।
उसकी इत्तेहाद-ए-मिल्लत कॉसिंल कड़े शब्दो मे निन्दा व भर्त्सना करती है। वह चाहते है कि मुस्लिम युवकों पर जुल्म ढहाने वाले पुलिस अधिकारियों पर कार्रवाई की जाए।ज्ञापन देने वालों में नदीम खान ,साजिद सकलानी पूर्व सभासद ,अनीश सकलानी सभासद ,सैयद रेहान अली ,अफजल बाग हाफिज, शराफत चौधरी ,राशिद खान ,हाजी साजिद रुखसार खान ,कामरान अहमद, जुल्ककर अली आदि मौजूद रहे।
