बहेड़ी। कृषि रक्षा इकाई बहेड़ी की ओर से संचारी रोग चूहा/ छछूंदर नियंत्रण अभियान के अंतर्गत ग्राम दईयाबोझ में किसान गोष्ठी का आयोजन किया गया। गोष्ठी में प्रभारी कृषि रक्षा इकाई बहेड़ी इंद्रपाल सिंह ने किसानों को बताया की संचारी रोग नियंत्रण अभियान 1 जुलाई 2024 से 31 जुलाई 2024 तक प्रत्येक गांव में आयोजित किया जाएगा। इकाई प्रभारी इंदपाल सिंह ने बताया कि चूहा/ छछूंदर से स्क्रब टायफस तथा लैपटोस्पारोसिस नामक बीमारियां होती हैं।
उन्होंने बताया कि सबसे पहले चूहो के बिलो को देखकर पहचान कर ले फिर बिलो पर निशान देही करके 40 से 50 ग्राम भुने हुए चने या गेहूं के दाने आदि को जिंक फास्फाइड दवा 10 ग्राम को 4-5 बूँदे सरसों के तेल में मिलाकर बिल पर रख दें ताकि चूहा छछूंदर बिल से निकल कर जब यह विषाक्त भोजन खाएगा तो मर जाएगा।
उन्होंने बताया कि एल्युमिनियम फास्फाइड दवा की 4-5 ग्राम मात्रा को बिलों के अंदर डालकर ऊपर से बिलो को बंद कर दें। उन्होंने बताया कि प्रकृति में पाए जाने वाले जीव जैसे बिल्ली, सांप, उल्लू, लोमड़ी, बाज एवं चमगादड़ आदि जीवो द्वारा चूहों को भोजन के रूप में प्रयोग किया जाता है। चूहा हमेशा अधिकतर अपना बिल झाड़ियों फूलों एवं मेडों पर बनाते हैं। खेतों एवं घरों में समय-समय पर निरीक्षण कर साफ सफाई करके इनकी संख्या को नियंत्रित किया जा सकता है और चूहेदानी का प्रयोग करके भी नियंत्रण किया जा सकता है। गोष्ठी में ग्राम एवं ग्राम से बाहर से आयें कृषक सीताराम, खेमकरण, बाबूराम, तुलाराम, छेदालाल, नेत्रपाल करन सिंह गंगवार आदि कृषक मौजूद रहे।
