एसडीएम मीरगंज ने धर्मपुरा और सुल्तानपुर मे नदी के बढ़ते जल स्तर का जायजा लिया

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शीशगढ़।पिछले कई दिनों से पहाड़ी और मैदानी इलाकों में लगातार हो रही मूसलाधार बारिश के कारण इलाके की नदियों का जलस्तर काफी  बढ़ने लगा है। जिससे गांव और कृषि भूमि व खड़ी फसलों के नुकसान का अंदेशा बढना भी स्वभाविक हो गया है। साथ ही इन नदियों का जल स्तर बढ़ने से नदी किनारे बसे गांवों में अधिकतर घरों पर खतरा मंडराने लगा है। जिससे ग्रामीणों में दहशत बनी हुई है। नदियों के बढ़ते जलस्तर से प्रभावित होने वाले इलाकों को देखने को एसडीएम मीरगंज तृप्ति गुप्ता ने सोमवार को क्षेत्र का दौरा कर धर्मपुरा और सुल्तानपुर  नदी के जलस्तर का जायजा लिया।जायजा लेने के साथ ही ग्रामीणों को सुरक्षा और बचाव के प्रति सजग रहने हेतु चेताया।

 

 

 

पिछले एक सप्ताह से उत्तरांचल के पहाड़ी इलाकों समेत उत्तर प्रदेश के मैदानी इलाकों में लगातार कई दिनों से मूसलाधार बारिश हो रही है। जिस कारण अब नदियों का जल स्तर बढ़ना भी शुरू हो गया है। बता दें कि मीरगंज तहसीलक्षेत्र में रामगंगा, बहगुल, किच्छा, पीलाखार, शंखा, समेत आधा दर्जन नदियां वह रही हैं। बरसात के दिनों में विगत वर्षों में नदियों में आने वाली बाढ़ से हजारों बीघा कृषि भूमि समा चुकी है। हालांकि  हालात सामान्य जैसे हैं। एसडीएम तृप्ति गुप्ता ने ग्रामीणों से बातचीत कर पूरा हालचाल जाना और उन्हें बरसात की स्थिति को देखते हुए अलर्ट रहने हेतु चेताया। उन्होंने बताया कि बाढ़ आदि से बचाव हेतु बाढ़ चौकियां चिन्हित करके वहां पर जिम्मेदारी सौंपी गई है। साथ ही एक कंट्रोल रूम तहसील में स्थापित कर दिया गया है। ग्रामीण नदियों की स्थिति एवं नुकसान आदि के बारे में कंट्रोल रूम पर सूचित करते रहें। जिससे समय रहते बचाव के उपाय किये जा सकें।

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Author: newsvoxindia

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