बरेली:पुराना शहर में मीरा की पैठ स्थित प्राचीन ठाकुर जी महाराज मंदिर में चल रही भागवत कथा ज्ञान यज्ञ के चौथे दिन शुक्रवार को भगवान श्री कृष्ण का जन्मोत्सव धूमधाम से मनाया गया। कथा वाचक आचार्य मुकेश मिश्रा ने श्री राम और श्री कृष्ण जन्मोत्सव कथा के प्रसंगों का व्याख्यान किया।उन्होंने भगवान कृष्ण की लीलाओं का वर्णन करते हुए आगे कहा कि भगवान मनुष्य योनी में जन्म लेकर दु:ख में भी सुखी जीवन जीने की सीख देते हैं। भगवान अंतर्यामी असीम शक्ति के पुंज हैं, लेकिन उन्होंने अधर्म का नाश और धर्म की पुन: स्थापना के लिए श्रीकृष्ण और श्रीराम सहित दशावतार धारण किए। उन्होंने गृहस्थ में रहकर सदाचार, परोपकार और सत्य के आधार पर जीवन जीने तथा सत्संग के जरिए सर्वव्यापी ईश्वर का स्मरण करने की सलाह दी। भगवान श्री कृष्ण ने अर्जुन को समझाया था कि कर्म थोड़ा दुखदायी होता है, लेकिन बिना कर्म किये सुख की प्राप्ति भी नहीं हो सकती। अगर कर्म का उद्देश्य पवित्र व शुभ हो तो वही कर्म सत्कर्म बन जाता है।कथा के दौरान कृष्ण जन्मोत्सव पर भक्त जमकर झूमे। व्यास मंच का पूजन कथा के मुख्य यजमान दुर्गेश प्रकाश सक्सेना ने कराया। पंडित प्रभात मिश्रा ने व्यास मंच का पूजन मंत्रोचार के साथ संपन्न कराया। इस मौके पर गिरिजा किशोर गुप्ता, राहुल गुप्ता, वेद प्रकाश गुप्ता, नरेश मिश्रा, मुरारी लाल गुप्ता, राहुल गुप्ता ,सौरभ गुप्ता, गौरव गुप्ता, विजय कुमार गुप्ता, राजेश गुप्ता, विष्णु गुप्ता आदि का विशेष सहयोग रहा।
